(AI) Artificial Intelligence क्या होता है ? पूरी जानकारी hindi में

Introduction 

हेलो दोस्तों हम आपका फिरसे स्वागत करते है। और आज हम आपको बताने जा रहे है के Artificial Intelligence क्या होता है ? आपने AI के बारे में तो बहुत सुनना होगा। आज के समय में ये एक बहुत ही फेमस नाम बन चूका है। लेकिन आप शायद इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते होंगे के आखिर AI है क्या ? और कैसे काम करता है और टेक्नोलॉजी की दुनिया में इसका कितना महत्व है। आगे हम इसके बारे में आपको पूरी जानकारी देंगे तो चलिए शुरू करते है। 

Artificial Intelligence क्या होता है ? (What is Artificial Intelligence in hindi)

Artificial Intelligence, AI एक कंप्यूटर प्रोग्राम प्रोवाइड करता है जो सोचने और समझने की क्षमता रखता है। जैसे के नाम से ही पता चल रहा है के बनावटी इंटेलिजेंस जो मशीनों द्वारा दी जाती है। ये  इंटेलिजेंस इंसान और जानवरो द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली इंटेलिजेंस के बिलकुल विपरीत होती है। इंसानो द्वारा लगाई गयी बुद्धिमानी के मुकाबले मशीनों की बुद्धिमानी ज्यादा accurecy प्रदान करती है। लेकिन ये इंसानो की बुद्धि से बड़ी नहीं है। आखिर AI इंसानो के द्वारा ही बनाया गया है। इसका इस्तेमाल मशीनों से काम करवाने के लिए किया जाता है। 

कुछ ऑर्गनिज़ AI शब्द का उपयोग उन मशीनो को discribe करने के लिए करती है जो इंसानो के मन से जुडी होती है। और उन्ही की तरह काम करने की नक़ल करती है, AI का इस्तेमाल मशीनो को बेहतर ढंग से कण्ट्रोल कारने के लिए होता है। बहुत सी वेबसइट AI का इस्तेमाल करती है ताकि users के इंट्रेस्ट को जाना जा सके जैसे - Google, Amazon, Netflix, Youtube, Alexa etc.

आपने कभी देखा होगा के जब आप गूगल या अमेज़न की साइट पर कोई प्रोडक्ट सर्च करते है तो उसी से related ads आपके सामने आने लगते है और उससे से मिलते जुलते प्रोडक्ट्स आपके सामने दिखाई  देने लगते है या आप youtube पर कोई वीडियो देखते है तो उससे मिलती जुलती बहुत सारी वीडियो आपके सामने पेश हो जाती है. तो आखिर ये होता कैसे है ? दरअसल ये AI (Artificial Intelligence) के द्वारा हो पता है। ये हमारी इंटरनेट पर की गयी एक्टिविटी को नोट कर लेती है और हमे उससे ही मिलता जुलता कंटेंट दिखाती है जिससे लोगो का इंट्रेस्ट बना रहे और users ज्यादा समय तक उनकी साइट पर ऑनलाइन रहे। 

AI का इस्तेमाल अब ज्यादा तर ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ज्यादा देखा गया है जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन वीडियो, सोशल मीडिया। जिससे users का ध्यान खींच सके। आजके समय में जो सबसे ज्यादा लोगो का ध्यान खीचेगा वो ही सबसे ज्यादा पैसा कमा पायेगा। अपने अपनी रोजाना की जिंदगी में तो देखा ही होगा के सोशल मीडिया पर आप जो भी कंटेंट देखते हो तो उससे ही रिलेटेड ढेर सरे कंटेंट आपके सामने दिखाई देने लगते है। अगर आप किसी चीज में इंट्रेस्टेड है तो उसी तरह की चीजे आपको दिखाई जाएगी ताकि आप ज्यादा टाइम तक उस प्लेटफार्म पर रह सके। 

AI को इंसानो का फ्यूचर भी कहा जाता है। आने वाले समय में AI पूरी दुनिया में अपनी पकड़ बना लेगी। जैसे के आप देख चुके है के बढ़ते समय के साथ लोगो का लाइफ स्टाइल बदलता  जा रहा है। अब हर चीजे ऑनलाइन होती जा रही है। जिसको कंट्रोल करने के लिए AI की जरुरत पड़ने वाली है।  

Artificila Intelligence का इतिहास क्या है ? (History of  Artificila Intelligence)

AI, Artificial Intelligence की शुरुआत 1956 Dartmouth College में हुई थी। इसको academic discipline के रूप में बनाया गया था। उस समय में AI को काफी तरीको से आजमाया गया था जैसे -इंसानो के दिमाग की नक़ल करना, जानवरो की एक्टिविटी को समझना और उनकी नक़ल करना, इंसानो की पेचीदा समस्या को हल करना। इस टेक्नोलॉजी की मदद से बहुत फायदा हुआ है। इस टेक्नोलॉजी ने बिज़नेस और शिक्षा के चैत्र में बहुत सारी मुश्किल समस्याओ को हल करने में कामयाब रही है। 

AI के बनने के बाद उसके रिसर्चर्स ने AI के लिए कुछ प्रोग्राम्स तैयार किए है जैसे -  strategies check करना, algebra शब्द की समस्या को समझना और हल करना, इंग्लिश को समझना और logical theoram को हल करना शामिल था। 1960 - 1970 के दशक में researchers को ये यकीन था के AI से चलने वाली मशीन बनाने में वे कामयाब होंगे और इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने AI को अपना goal समझकर उसपर काम करना शुरू कर दिया। 

AI का पर्पस होता है Research करना, Knowledge देना, Plaining करना, Learning करना, netural Language और अलग अलग वस्तुओ को इधर से उधर करना होता है AI के रेसर्चेस ने समस्या को हल करने के लिए बहुत सारी टेक्निक को इकठा किया है जिसमे Mathemetical Optimization, artificial Networks, Economices, Statistics और Probability शामिल है। 

अमेरिका के पोलिटिकल साइंटिस्ट Herbert Alexander Simon ने ये कहा के 20 साल के अंदर Artificial Intelligence टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से एक मशीन हर एक काम करने में सक्षम हो जाएगी जो इंसान कर सकते है। और इसी बात को बढ़ाते हुए Morvin Minsky जो कंप्यूटर साइंटिस्ट है उन्होंने कहा के एक पढ़ी के अंदर ही AI की काफी समस्या दूर हो जायेगी और इसकी मदद से मशीनो को चलाना शुरू हो जायेगा।  

AI का काम 1974 के दशक में धीमा हो गया क्योकि ये कुछ समस्या को पहचाने में सक्षम नहीं हो पाई थी जिसकी वजह से इसकी बहुत आलोचना की गयी। 1980 के दशक में researchers ने देखा के AI से commercially काफी फायदा पहुंच रहा था जिसको देखते हुए AI का काम फिर तेजी से शुरू हुआ, और 1985 तक आते आते AI की टेक्नोलॉजी बिलियन डॉलर तक पहुंच गयी थी। 

1990 के आखिर में AI ने specific समस्याओ का समाधान खोजना शुरू कर दिया था और 21 वि सदी की शुरुआत में AI को Mathametics, Economics, Statistics जैसे छेत्र में काम करनी की अनुमति मिली। 2000 के दशक में AI बेहतर तरीके से काम कर रहा था। 

2012 के आस पास AI के लिए तेज चलने वाले कंप्यूटर, ज्यादा डाटा को समझने वाली मशीनो की शुरुआत और अल्गोरिथम में सुधार हुआ। इस साल AI का इस्तेमाल कुछ ही प्रोजेक्ट्स के लिए किया जाता था, लेकिन 2015 में google ने अपने 2700 सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट्स के लिए AI का इस्तेमाल किया। AI के लिए ये साल सबसे बड़ा था।2015 - 2019 में AI टेक्नोलॉजी के अंदर 50 प्रतिशत वृद्धि हुई थी। 


AI का काम क्या होता है ? 

Problem-Solving, Reasoning 

puzzel, Reasoning को हल करने के लिए पहले के researchers के द्वारा Algorithum का आविष्कार किया गया था। लेकिन अल्गोरिथम को समझना बहुत ही मुश्किल था। जिसमे समस्या को सुलझाने में इंसान का बहुत सारा टाइम लगता था। लेकिन 1990 के दशक के बाद ये AI के बदौलत बहुत आसान हो गया। 

बहुत से अल्गोरिथम बड़ी Rreasioning समस्या को सुलझाने के लिए बहुत समय लगाते थे। और फिर भी ठीक तरीके से समस्या का हल नहीं निकलता था। समस्या जितनी बड़ी होती थी अल्गोरिथम का इस्तेमाल करके हल निकलना उतना ही मुश्किल होता था लेकिन AI के कारण इस समस्या का हल निकल लिया गया। AI स्टेप से सभी Reasioning समस्याओ को आसानी से सुलझा सकती थी। 

Knowledge Representation 

जब हम किसी सवाल का जवाब ढूंढ़ते है तो हमे न जाने कितना समय और कितनी एनर्जी लगती है लेकिन फिर भी हमे ये यकीं नहीं होता, के हमारा जवाब बिलकुल ठीक है या नहीं, AI हमारे सवालों का सही तरीके और समझदारी से जवाब देता है। हम सब जानते है के AI ऑनलाइन वेबसाइट की तरक्की में बहुत useful है। हम अपने  घर पर बैठे बैठे किसी भी देश की जानकारी को हासिल कर सकते है। 

AI रिसर्च ने कुछ ऐसे टूल्स बनाये है जिनकी मदद से specific domains और उनकी प्रॉपर्टीज,राज्यों, समय, घटनाओ का पता लगायी जा सकती है। AI टूल्स हमे नॉलेज देता है के बाकि लोग क्या जानते है। लोगो के एक्सप्रिएंस को जानना और अलग अलग राज्यों देशो की जानकारी देता है। हम इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते है तो उससे मिलती जुलती जानकारी हमारे सामने आजाती है जिससे हम और जानकारी प्राप्त करते है। दरअसल ये AI की मदद से हमे नॉलेज को सही तरीके से जानने में मदद मिलती है।    

Planing 

प्लानिंग AI की ब्रांच होती है। AI प्लानिंग करती है। मशीनो के एक्शन्स को सेट करती है सही योजनाए बनती है। जैसे की आप जानते है के किसी भी काम को सही तरीके से करने के लिए प्लानिंग की कितनी बड़ी भूमिका है। एक एजेंट ये मान के चलता है के उसको किस तरीके से चीजों को रिप्रेजेंट करना है और कोनसे एक्शन लेने है उस काम को पूरा करने के लिए। AI एक एजेंट की तरह ही काम करता है जो प्लान करता है एक्शन्स को चुनता है। 

AI के पास कुछ ऐसे टूल्स होते है जो डाटा को अच्छे तरीके से रीड करके एक बेहतर योजना बना सकती है। और आपके काम के लिए ये एक्शन लेना सही होगा इसको भी चुन सकती है। 21 वि सदी में AI एक बहुत ही अच्छी टेक्नोलॉजी है प्लानिंग के लिए।  

Machine Learning 

(ML) मशीन लर्निंग AI का एक जरुरी और फ़ण्डामेंटल हिस्सा होता है जो कंप्यूटर के अल्गोरिथम को लर्न करता है। डाटा और अनुभव के द्वारा एक्शन में सुधार करता है। मशीन लर्निंग को AI के रूप में ही देखा जाता है। हम ML को AI का आधार भी बोल सकते है.ML अल्गोरिथम डाटा के आधार पर एक मॉडल का निर्माण करता है जिसको हम ट्रेनिंग डाटा बोलते है।  

Machine Learning  Algorithm का इस्तेमाल बहुत सारी चीजों के लिए किया जाता है जैसे की ईमेल, मेडिसीन, कंप्यूटर विज़न, स्पीच रेकोनाइजेशन, इत्यादि जैसे जरुरी कामो के लिए किया जाता है। मशीन लर्निंग का कुछ इस्तेमाल डाटा और न्यूरल नेटवर्क में किया जाता है जिसमे वो इंसानो की तरह काम करने की नक़ल करती है। मशीन लर्निंग को बिज़नेस प्रोब्लेम्स के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है  

Netural Language Process 

NLP में मशीन को इंसान की नेचुरल भाषा सिखाई जाती है। जिसकी मदद से वो इंसानो की बातो को समझ सके और उनकी समस्या का हल ढूंढ सके। आज हम देखते है के इंटरनेट पर हम कोई भी चीज किसी भी भाषा में सर्च करते है तो वो चीज हमारे सामने आ जाती है। AI में ऐसा लैंग्वेज सिस्टम तैयार किया जाता है जिससे हर प्रकार की भाषा को समझा जा सके। हम किसी भी भाषा को अपनी मात्र भाषा में ट्रांसलेट करके समझ सकते है। 

Machine Perception 

AI के द्वारा मशीन के अंदर या कंप्यूटर में ये क्षमता होती है के वो Camera, Sensors,Sonar, Radar, Active Lidar, का इस्तेमाल करके इनफार्मेशन को स्टोरकर सके, जैसे के इंसान अपने आस पास होने वाली एक्टिविटी को फील करते है अपने सेंसर्स के द्वारा अपने आस पास की चीजों को समझते है। आज से पहले कंप्यूटर को माउस, कीबोर्ड के द्वारा इनपुट्स मिलते थे लेकिन बढ़ते विकास के कारण अब कम्प्यूटर्स इंसानो की तरह इनपुट्स को लेने में काबिल हो गए है। 

MP के द्वारा कम्प्यूटर्स अपने मशीन टच, मशीन स्मेल, मशीन हियरिंग, सेंसर्स का उपयोग करके इनफार्मेशन को इखट्टा करते है। और users के सामने सही तरीके से पेश करते है। इससे इनफार्मेशन की सटीकता बढ़ जाती है। और समस्या का समाधान बड़े आराम से हो जाता है। MP का मकसद इंसानो की तरह दुनिया को महसूस करना, समझना और इंसानो की तरह फैसला लेना है। 

Motion And Robotics  

जब हम AI की बात करते है तो हमारे दिमाग में सबसे पहले रोबोटिक मशीन का नाम आता है। हलाकि रोबोटिक मशीन को AI  हिस्सा माना जाता है। इसमें रोबोट्स को इंसानो के हाव भाव, उनके काम करने के तरीके शामिल है। एक रोबोट को ट्रैन किया जाता है के वो अपने आस पास की इनफार्मेशन को समझे और उन्हें फील करे बिलकुल इंसानो की तरह। 

रोबोट्स, कंप्यूटर साइंस की एक ब्रांच होती है जिसका काम ऐसी मशीने डिज़ाइन करना होता है जो इंसानो की मदद कर सके जैसे गाड़ी के पार्ट्स को डिज़ाइन करना बड़ी मशीनो के पार्ट्स को बनाना इत्यादि शामिल है। रोबोट्स एक ऐसी मशीन है जिसमे कुछ हद तक इंसानो की तरह सोचने की शक्ति है और इंसानी शरीर से ज्यादा ताकत जो बड़ी मशीनो को बनाने में मदद करती है। 

Social Intelligence 

इसके अंदर अफेक्टिव कंप्यूटिंग की जाती है जिसमे ऐसे डिवाइस और सिस्टम होते है जो इंसानो की भावनाओ को समझ सकते है इंसानी मनोदशा को जानते है। ऐसी मशीनो में ऐसे प्रोग्राम शामिल किये जाते है जो इंसानो के रोजाना की जिंदिगी से मेल खाते हो जैसे बोलना, हसी मजाक करना इत्यादि। 

Artificial General Intelligence 

ये एक काल्पनिक क्षमता होती है जिसमे एक मशीन Intellactual काम को समझ सके और अच्छे से सीख कर उसे काम को सही तरीके से कर सके, जैसे इंसान कर सकता है। ये कुछ AI का प्राइमरी लक्ष्ये होता है। AGI भी AI की तरह काफी स्ट्रांग है। 

AI के कौन-कौन से TOOLS है ?

Search and Optimization 

AI के इस टूल की बहुत सारी समस्याओ को हल कर सकते है समझदारी से, सर्च करके जिसमे हम उन सलूशन तक पहुंच सकते है जो हमारी समस्याओ को हल करेगी। सर्च ऑप्शन एक बेहतरीन खोज है इससे आसान तरीका शायद ही कोई होगा की हम अपनी किसी भी सम्याओ को आसानी से हल कर सकते है। आज हमारे पास गूगल सर्च इंजन है जिसमे हम अपने सवालों को सर्च करके उनका आसानी से हल खोज सकते है जिससे हमारा बहुत सारा समय बच जाता है। 

इंटरनेट एक बहुत ही सही उधारण है जिसमे हमे सर्च करने का मौका मिलता है। हमें उम्मीद है  के आप youtube तो जरूर चलाते होंगे। google का ये प्लेटफार्म बहुत ज्यादा लाभदायक है। अगर आप अपनी समस्या का नाम या कीवर्ड इसमें सर्च करेंगे तो आपको उस समस्या को हल करने के लिए बहुत सारी वीडियोस मिल जाएगी जिसकी मदद से आप प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते है।  

Logic 

समस्या को सुलझाने और जानकारी को पेश करने के लिए लॉजिक का उपयोग किया जाता है। इसका और भी काफी तरीके से इस्तेमाल किया जाता है जैसे satplan Alorithum योजना बनाने के लिए और Inductive Logic Program के लिए, AI रिसर्च के अंदर बहुत सरे तरीको से लॉजिक का इस्तेमाल होता है जैसे की Truth Function, OR, No, First Order Logic और वस्तुओ के बिच के सम्बंद और गुणों के बारे में पता लगाना इत्यादि।  

Bayesian Network 

AI में सारी ऐसी समस्या जैसे की Resoning, Planing, Learning, और Robotics जैसी समस्याएं होती है जिसकी इनफार्मेशन incomplete होती है लेकिन एक एजेंट को इसके साथ काम करने की अनुमति रहती है AI रेसेअर्चेर्स ने कुछ ऐसे टूल को बनाया है जो Probability और Economics मेथड्स का इस्तेमाल करके समस्या को हल किया जा सकता है। Bayesian Network बहुत ही कॉमन टूल है Resoning, Planing, Learning, और Robotics जैसे प्रॉब्लम को हल करने का। 

Classifiers 

Classifier एक मशीन लर्निंग अल्गोरिथम होता है ये AI की एक सिंपल अप्लीकेशन होती है ये चीजों को लेबल्स या कैटागोरी में बाटने के लिए किया जाता है। ये वो फंशन है जिसमे पैटर्न मैचिंग का इस्तेमाल करके एक जैसी दिखने वाली चीजों को मिलाया जाता है। उद्धारण के लिए कार, ट्रक, बाइक, इंसान इत्यादि। इसकी मदद से चीजों की पहचान करना आसान हो जाता है।

आपने बड़ी फ़ैक्ट्रियो में बहुत सारे पार्ट्स को बनते हुए देखा होगा, इनमे एक जैसी दिखने वाली चीजों एक साथ जोड़ पाना एक इंसानो के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए इस समस्या को सुलझाने के लिए classifier टूल का इस्तेमाल किया जाता है जो चीजों को मिक्स नही होने देता और सभी चीजों को इखट्टा करके उन्हें category में बाट देता है। 

Artificial Neural Network 

ANNs एक तरह का न्यूरल सिस्टम है जिसको इंसानी दिमाग की तरह बनाया गया है जैसे इंसानो के दिमाग के अंदर neuron होते है वैसे ही इस सिस्टम के अंदर nodes होते है, जैसे दिमाग के हर कनेक्शन में न्यूरॉन एक दूसरे को सिग्नल पहुंचाते है।

हम सब जानते है के brain हमारे शरीर का कितना जरुरी हिस्सा है इसी की वजह से हमारा पूरा शरीर कण्ट्रोल होता है और काम कर पता है, ऐसे ही मशीनो को चलाने के लिए हमे आर्टिफीसियल brain की जरुरत पड़ती है जिससे सारा स्ट्रक्चर कण्ट्रोल कर सके। 

AI Language कौन-कौन सी होती है ?

AIML - Artificial Intelligence Modeling Language, ये लैंग्वेज XML based Markup होती है इससे AI एप्लीकेशन create की जाती है। 

C# - ये एक सिंपल प्रोगरामिंग भाषा है। इस भाषा का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर कंपोनेंट्स को develope करने के लिए किया जाता है। 

Lisp -  ये सबसे पहली भाषा थी जो AI के लिए बनाई गयी थी इसका इस्तेमाल प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए किया जाता है। 

Smalltalk - इस भाषा का इस्तेमाल मशीन लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क, जेनेटिक अल्गोरिथम्स, के लिए किया जाता है। 

Prolog - इस भाषा का इस्तेमाल Symbolic Reasoning , Database, Language Parsing Applications के लिए होता है। 

STRIPS - इस भाषा का इस्तेमाल Automated Planing Problem Instance के लिए होता है। 

R - ये एक प्रोग्रामिंग भाषा है इस भाषा का इस्तेमाल new - style AI के लिए किया जाता है। इस भाषा का उपयोग  जनरल मशीन लर्निंग के लिए किया जाता है। 

Python - इस भाषा का इस्तेमाल AI, मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, न्यूरल नेटवर्क्स में बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है। 

Java - इस भाषा का इस्तेमाल मशीन लर्निंग सलूशन, जेनेटिक प्रोगरामिंग, सर्च अल्गोरिथम, मल्टी रोबोट सिस्टम्स, न्यूरल नेटवर्क के लिए किया जाता है। 

AI के Advantages क्या है ? 

Reduce Errors 

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस इंसानो द्वारा होने वाले एरर को कम कर देता है। AI पहले पूरी इनफार्मेशन को चेक  करने के बाद ही प्रोसेस आगे बढ़ता है। AI के अंदर बहुत सारी प्रोसेस होती है और हर प्रोसेस पर चेक करने के लिए बेहतरीन टूल्स मौजूद है जिससे छोटे से एरर को आसानी से पकड़ा जा सकता है। AI के द्वारा बनाये गए पार्ट्स एक दम एक्यूरेट होते है और छोटे छोटे हिस्से को भी आसानी से चेक कर सकते है जहा पर इंसानी शरीर के लिए नामुनकिन है, AI से प्रोडक्ट्स की क्वालिटी बढ़ जाती है। 

Reduce Risk 

AI कंप्यूटर प्रोग्राम रोबोट्स को काम करने की अनुमति देता है जिसमे सारा जोखिम भरा काम मशीनो द्वारा ही होता है। इस कारण इंसानो के लिए एक्सीडेंट होने का खतरा नहीं रहता। मशीनो की मदद से बड़े से बड़े जोखिम भरे कामो को कर सकते है फिर चाहे वो कोई बम दिफूज़ करना हो या समुद्र की गहराई में जाना हो। AI से पहले फैक्ट्रीज या ऐसी ही जोखिम भरी जगह पर इंसान खुद जाते थे जहां पर जान का खतरा बहुत ज्यादा होता था। और नुक्सान भी होने का जोखिम रहता था। AI प्रोग्राम के कारण ये समस्या काफी हद तक कम हो गयी है।  

Always Availability 

इंसानी शरीर पूरा दिन काम नहीं कर सकता है। जिसकी वहज से उसकी प्रोडक्टिविटी कम हो जाती है। इंसानो का पुरे दिन में काम करने की क्षमता 6-8 घंटे होती है इससे ज्यादा काम करने पर तबियत ख़राब हो सकती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए AI एक बड़ी भूमिका निभाता है ये नॉनस्टॉप 24 घंटे काम कर सकता है इसको इंसानो की तरह आराम करने की कोई जरुरत नहीं होती। जिसके कारण प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है। AI इंसानो के मुकाबले बहुत तेजी से और सफाई से काम करता है और एक साथ बहुत सारे ऑपरेशन को संभाल सकता है। ये उन ऑपरेशन को भी बड़े सटीकता से कर लेता है जो बहुत मुश्किल होते है।  

Digital Help 

डिजिटल बातचीत से बहुत सी समस्या खतम हो गयी है अब एक जगह से दूसरी जगह तक अपना मैसेज पहुंचने के लिए दूर तक यात्रा करने की जरुरत नहीं पड़ती। ऑनलाइन ही चैटबॉट की मदद से बातचीत की जा सकती है और अपने मैसेज को पहुंचाया जा सकता है। हर बड़ी आर्गेनाइजेशन अपने कस्टमर्स से डिजिटल चैटबॉट पर बात कर सकती है। जिसमे कस्टमर अपनी पसंद की चीजे सलेक्ट करता है जिसके बाद वो प्रोडक्ट उसके घर डिलीवर कर दिया जाता है। 

New Inovetions 

AI द्वारा किए गए नये आविष्कार इंसानो की जिंदिगी में बहुत लाभदायक है। बड़ी बड़ी समस्याओ को हल करने के लिए AI ने बहुत सारे अविष्कार किये है जिसकी मदद से इंसानो को मदद मिल सके और उनकी जिंदिगी थोड़ी बेहतर हो सके। AI based टेक्नोलॉजी की मदद से डॉक्टर द्वारा एक महिला के ब्रैस्ट कैंसर की शुरुआती स्टेज का पता लगाया जा सकता है। 

Fair Decision

AI का एक फायदा ये भी है के ये इमोशनल होकर फैसले नहीं लेता। एक इंसान अपनी भावनाओ पर डिपेंड होता है जिसमे उसके लिए सही फैसला ले पाना बहुत मुश्किल होता है लेकिन AI एक इमोशनल नहीं होता और वो न ही किसी का पक्ष लेता है जो प्रोडक्ट सटीक और एक्यूरेट होगा उससे ही आगे भेजा जायेगा डिफेक्टिव प्रोडक्ट को हटा दिया जायेगा। 

AI के Disadvantages क्या है ?

High Cost 

इंसानो द्वारा की गयी AI एक बड़ी खोज है। एक मशीन के अंदर इंसानी दिमाग की क्षमता पैदा करना ये कोई छोटी बात नहीं है जिसके लिए बहुत सारे संसाधनों की जरुरत पड़ती है जिसमे बहुत सरे पैसे भी लगते है। AI एक लीडर की तरह काम करता है जो हर एक प्रोसेस को कंट्रोल करता है, हर एक ऑपरेशन को मैनेज करके चुनता है और बादमे मशीनो के द्वारा एक्शन लिया जाता है जिसमे संसाधनों की जरुरत तो पड़ती ही है इसी वजह से AI एक महंगा प्रोग्राम है। 

Not Create 

माना AI कुछ हद तक एक इंसानी दिमाग की तरह काम करता है लेकिन ये पूरी तरह से इंसानो की तरह पेश नही आ सकता, AI का एक बड़ा नुक्सान यह है के ये out of the box से बहार जाकर create नहीं कर सकता, इस प्रोग्ग्रम में इंसानो द्वारा जो भी और जितना सेट किया जाता है ये सिर्फ उतना ही करता है उससे बहार ये सोच नहीं सकता। 

Increase Unemployment 

इंसानो के द्वारा किया गया AI एक बहुत बड़ा आविष्कार है इसका जितना फायदा है किसी ओर के लिए नुक्सानदय है हम ये मानते है के AI प्रोडक्टिविटी को बढ़ा देता है लेकिन दूसरी तरफ ये लोगो का रोजगार भी छीन रहा है। AI के आने से बहुत से लोगो की नौकरी चली गयी है क्योकि बहुत सारा काम अब मशीन से किया जाने लगा है। हर देश में बहुत से ऐसे लोग भी होते है जिनके पास इतने पैसे नहीं होते के वे ऐशो आराम की जिंदिगी बिताये बल्कि अपना घर चलने के लिए वे फ़ैक्टरिओ में मेहनत मजदूरी करते है जिससे उनका घर चलता है लेकिन मशीनो की वजह से उन लोगो का रोजगार चला जाता है। 

Increase Laziness 

AI की मदद से मुश्किल से मुश्किल पहेलियों को आसानी से सुलझाया जा सकता है। और ये वो काम भी कर लेती है जो बहुत बोरिंग होते है। जिसका बुरा प्रभाव इंसानो की सेहत पर पड़ रहा है। अब इंसानो को समस्या को सुलझाने के लिए दिमाग लगाने की जरुरत नहीं है जिसके कारण वो और लज़ी होते जा रहे। ये आदत आने वाली पीढ़ी को बहुत बुरे संकट में डाल देगी। जैसा के आप सब आज अपने घरो में देख ही रहे है सब लोग अब अपना ज्यादा समय सोशल मीडिया पर बिताते है जिसके पीछे AI बैठा हुआ है जो लोगो के इंट्रेस्ट को जानकार वैसे ही कंटेंट लोगो को दिखाता है जिससे घंटो घंटो बिताए जा सकते है। इसके कारण लोगो की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। 

No Ethics 

AI के अंदर नैतिकता को सेट कर पाना बहुत मुश्किल है। AI का आविष्कार दुनिया का शायद सबसे बड़ा अविष्कार है जिससे बहुत सी प्रोब्लेम्स को हल करने में मदद मिली है लेकिन उसी के साथ इसने बहुत सी चिंताए भी पैदा की है क्योकि ये इंसानो के दिमाग की तरह काम करता है और हम सब जानते है के एक इंसानी दिमाग क्या कर सकता है, अगर ये सारी ताकत मशीनो के हात में चली गयी तो AI एक झटके में पूरी मानव जाती को खत्म कर सकता है।   

AI की Application क्या है ?

AI In E-Commerce 

  • AI कस्टमर्स को ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए बहुत सरे ऑप्शन प्रोवाइड करता है।.
  • कस्टमर्स और कंपनी के बीच एक अच्छा रिलेशन बनती है। 
  • कस्टमर्स के इंट्रेस्ट से रिलेटेड प्रोडक्ट्स को शो करता है। 
  • AI क्रेडिट कार्ड से की गयी शॉपिंग फ्रॉड से बचाता है। 
  • AI fake review को कस्टमर्स को दिखता है।  

AI in Education 

  • छात्रों के रूटीन को मैनेज करना 
  • ग्रेडिंग सिस्टम को सेट करना 
  • फीडबैक की सुविधा छात्रों और टीचरो तक पहुंचाना
  • online video लेक्चर कंटेंट प्रोवाइड करना 
  • online बुक्स प्रोवाइड करना

AI in Lifestyle 

  • Autonomous Vechicles जैसे audi, volvo, tasla, toyota जैसी कम्पनिया कार्स को बनाने के लिए मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करती है। जिससे वो हर एनवायरमेंट में चल सके। 
  • AI सभी ईमेल को spam फ़िल्टर से फ़िल्टर करता है जिसमे spam email को हटाने के लिए भी use होता है। 
  • AI हमारे फ़ोन, लैपटॉप्स में facelock प्रोवाइड करता है जिससे हाई security मिलती है। 
  • AI का recommendation सिस्टम हमें हमारे इंटरेस्ट से रिलेटेड कंटेंट रेकमेंड करता है जैसे youtube videos, E-commerce, social media posts, entertainment websites etc. 

 AI in Navigation 

  • GPS टेक्नोलॉजी users की एक्यूरेट जानकारी  प्रोवाइड करती है security बढ़ाने के लिए 
  • AI नेविगेशन से हम किसी भी लोकेशन का पता कर सकते है 
  • नेविगेशन से हम एड्रेस पता कर सकते है 
  • नेविगेशन से हम ट्रैफिक रोड को  जान सकते है
  • हम अपने लिए एक अच्छा पाथ  चुन सकते है 

AI In Robotics 

  • वेयरहाउस हॉस्पिटल और फैक्ट्रियो में चीजों को carrying करने के काम आते है 
  • बड़े सामान, और ऑफिस साफ़ करने के काम आते है।
  • इन्वेंटरी को मैनेज करते है  

AI In Human Resource

  • blind hiring करने में काम आती है 
  • मशीन लर्निंग सॉफ्टवेयर को use करके ऍप्लिकेशन्स को एक्सामिन करने में मदद करता है 
  • AI जॉब कैंडिडेट्स  के resume और प्रोफाइल को चेक करता है और उनकी क्वालिफिकेशन और एक्सप्रिएंस के बेस पर shortlist करता है। 

 AI in Healthcare 

  • AI ऐसी मशीन बनाता है जो कैंसर की बीमारी का पता लगा सके।
  • AI लैब में ब्लोड्ड टेस्ट करके बीमारी का पता लगा सकती है 
  • AI पुरानी रिपोर्ट को नई रिपोर्ट से मैच करके डिफरेंस बताता है।  
AI In Agriculture
  • AI मिटटी की पहचान करके उसके अंदर के पोषक तत्व के बारे में बता सकता है 
  • AI निर्मित मशीन मजदूरों के मुकाबले ज्यादा सफाई और तेजी से फसल को काटता है। 
AI In Gaming 
  • AI गेम्स के अंदर प्लेयर्स के साथ इंटरेक्ट करने के लिए इंसानो जैसे दिखने वाले NPCs को create कर सकता है 
  • AI प्लेयर्स के लिए लेवल्स को अपने आप सेलेक्ट करता है 
  • गेम्स के अंदर हर प्लेयर की परफॉरमेंस के आधार पर उसका लेवल को सेट करता है 
AI In Automobile 
  • AI द्वारा, ऐसी गाड़िया बनाना मुंकिन है जो सेल्फ ड्राइव कर सके। 
  • वाहन ऑपरेट करने के लिए AI GPS, radar, कंट्रोल signals, क्लाउड सर्विस, कैमरे प्रोवाइड करता है। 
  • AI वाहन में एक्स्ट्रा फीचर प्रदान करता है जैसे इमरजेंसी ब्रेक्स, ड्राइव अस्सेस्ट स्टीयरिंग। 
AI In Social Media 
  • Facebook AI  बातचीत को समझकर  उसे बेहतर बनाने की कोशिस करता है 
  • Instagram AI आपके इंट्रेस्ट से  रिलेटेड आपको पोस्ट दिखता है 
  • Twiter AI फ्रॉड अकाउंट, परपेंगेंडा, हेट कंटेंट को डेडक्ट करके हटाता है 
AI In Marketing 
  • online मार्केटिंग में AI कस्टमर्स की एक्टिविटी और इंटरेस्ट को जानकर वैसे ही प्रोडक्ट शो कराती है। 
  • AI अपने आप कस्टमर की पसंद को जानकर वैसे ही प्रोडक्ट उन्हें पेश करती है 
 
हम उम्मीद करते है के आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अब आप जान चुके है के Artificial Intelligence क्या होता है. हमने इस आर्टिकल में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है। आगे चलकर हम इसमें और जानकारी ऐड सकते है। 
अब आपको AI के बारे में जान चुके है और आगे ही हम आपको ऐसे ही आर्टिकल प्रोवाइड करते रहेंगे तबतक ले लिए शुक्रिया। 

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