Aurora क्या है?
हेलो दोस्तों स्वागत है यह पर, दरअसल आज हम एक प्रकर्ति के एक बेहद सुन्दर दृश्य के बारे में बात करने वाले है जिसको देखकर आपकी आँखे मनमोहन हो उठेगी। आज हम आपको औरोरा रौशनी बताने वाले है जैसा की आप पिक्चर में देख सकते है, ऐसी रौशनी जो रातको दिखाई देती है, जिसे हम नेचर की खूबसूरती भी बोल सकते है।
अगर आप north Pole या South Pole के पास रहते है तो आपको ये नजारा दिखाई दे सकता है। उस जगह पर ये सुन्दर रौशनी अपनी खूबसूरती बिखेरती है। इस दुंदर रौशनी को North Pole में Aurora Borealis या Northern Lights कहा जाता है।
यह क्या होता है?
Aurora रात के समय ही सबसे ज्यादा दिखाई देता है ऐसा सूरज की किरणों से हो पता है दरअसल सूरज का काम गर्मी और ऊर्जा देना नहीं है इसके अंदर ऐसी बहुत से लाइट्स है जिनके बारे में हमे कुछ पता नहीं है। सूरज स्पेस में ऐसी बहुत से किरणे और एनर्जी बजता है जिससे स्पेस में घूम रहे छोटे कणो से जुड़के ऐसी रौशनी पैदा होती है प्रथ्वी के वातावरण में मेग्नेटिक फील्ड की वजह से सूरज की बहुत सी किरणे प्रथ्वी पर नही पहुँचती है।
सूरज की ऊर्जा बेहजने का समय अलग अलग होता है ये हर वक्त सामान ऊर्जा नहीं देता सूरज से आने वाली सोलर हवा और सोलर स्टॉर्म भी स्पेस में यत्र करती है जिसे Coronal Mass Ejection कहा जाता है इसके कारन से सूरज से Electricfied gas निकलती है जो बहुत तेजी से अंतरिक्ष में घूमती है।
जब सोर मंडल से तूफान प्रथ्वी पर आता है तो हवा में फैले छोटे कण मेग्नेटिक फील्ड लाइन को North और South Pole पर ले जाते है जिससे ये हमारे सोर मंडल में आ जाता है
हवा के कण हमारे वातावरण में फैली गैसों के सात reaction करते है जिसके परिणामस्वरूप आकाश में प्रकाश का सुंदर प्रदर्शन होता है। Oxygen Gas हरी और लाल रोशनी देती है। Nitrogen Gas नीले और बैंगनी रंग में चमकती है। और हमें औरोरा रौशनी दिखाई देती है।