QLED Display क्या होती है ? QLED टीवी और OLED टीवी में क्या अंतर है ?

0

INTRODUCTION

हेलो दोस्तों हम आपका फिरसे स्वागत करते है आपके इस प्यारे से चैनल पर। और आज हम आपको बताने जा रहे है QLED TV क्या होता है ? और ये कैसे काम करता है और बाकी LED टीवी से ये कैसे अलग है। इस आर्टिकल में हम आपको QLED TV और उससे जुडी पूरी जानकारी आपको बताएंगे। चलिए शुरू करते है। वैसे तो जब आप टीवी खरीदने के लिए किसी टीवी के शऊरूम में गए होंगे तो अपने वहां पर देखा होगा या फिर ONLINE टीवी चेक करने के दौरान आपने इसके बारे में जरूर सुना होगा।  

QLED 4th जनरेशन टेक्नोलॉजी है। जो एडवांस 4K, 8K और HDR, ultra HD TVs में होती है। इससे पहले वाली टेक्नोलॉजी की बात करे तो उसका नाम है OLED, जो 1987 में developed हुई थी लेकिन ये 2007 में सबसे पहले sony XEL - 1 में Introduced गयी थी। QLED टेक्नोलॉजी OLED टेक्नोलॉजी के बाद  develope हुई है।  

हो सकता है के अपने QLED का जिक्र सुना होगा या शायद आप इसको पहेली बार सुन रहे है खेर हम आपको बताते है के आखिर ये क्या है। QLED TV, नार्मल टीवी से थोड़ा सा एडवांस है क्योकि इसके अंदर कुछ एडवांस टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गयी है जो इसकी स्क्रीन पर दिखने वाली पिक्चर की quality को बढ़ा देती है। जिससे देखने वाले को अच्छा फील होता है। 

QLED क्या है ?(WHAT IS QLED IN HINDI)  

अगर हम QLED की फुलफॉर्म के बारे में बताए तो ये (Quantum Dot Light Emitting Diode) है। ये एक नई टेक्नोलॉजी है जिसे 2015 में samsung द्वारा introduce किया गया था। वैसे आप सब LED के बारे में तो जानते ही होंगे। QLED TV भी दिखने में उसी की तरह है बस इसमें Quantum Dot Display का इस्तेमाल किया गया है जो इसको और भी ज्यादा enhance बनाती है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से आपको स्क्रीन पर दिखने वाली पिक्चर बहुत साफ़ और सुन्दर दिखाई देगी। ये टेक्नोलॉजी पिक्चर के कलर इफेक्ट्स को बहुत अच्छे से मैनेज करती है जिससे HDR और 4K पिक्चर की quality और Capability दोनों बढ़ जाती है। 

QLED एक कार्बन मटेरियल की परत होती है जो दो इलेक्ट्रोड, कैथोड, और एनोड के बीच में स्थित रहती है 


Quantum Dot क्या है ?

Quantum Dot सेमीकंडक्टर पार्टिकल्स होते है जो नेनोमीटर साइज के होते है दरअसल ये नेनो क्रिस्टल के बने होते है इसके अंदर इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिक्ल गुण होते है। क्वांटम डॉट एक सेंट्रल टॉपिक होता हैं नेनो टेक्नोलॉजी का, जिसके अंदर अल्ट्रा फाइन semi conductor होते है। Quantum Dot का पर्पस होता है. लाइट्स के अलग अलग कलर को सही तरीके से produce करना। बड़ा कण लाल कलर का और छोटा कण नीला कलर का दिखाई देगा। Quantum Dot सटीक लाइट प्रोडूस करने में सक्षम है। क्योकि इसमें कण Quantum - level वेलोसिटीज़ पर अपने आकार को बदलते है। 

Quantum dot Display क्या है ?

Quantum dot की शुरुआत 1990 के दशक में हुई उस समय में क्वांटम डॉट का इस्तेमाल किया जाना शुरू हुआ। इसके बाद सन 2000 की शुरुआत में डिस्प्ले के लिए क्वांटम डॉट के बेहतर अपग्रेड वर्जन की शुरुआत हो गयी। क्वांटम डॉट नैचुरली मोनोक्रोमेटिक लाइट को पैदा करते है इसी तरह से जब कलर को फ़िल्टर किया जाता है तो वो सफ़ेद लाइट की तुलना में ज्यादा बेहतर दिखाई देते है।   

Quantum dot display एक डिस्प्ले होती है जो क्वांटम डॉट का इस्तेमाल करके लाल, नीली, हरी लाइट को पैदा करती है। क्वांटम डॉट कणो का इस्तेमाल LED TV backlight या डिस्प्ले कलर फ़िल्टर के लिए  होता है क्वांटम डॉट डिस्प्ले की नीली लाइट से उत्साहित होते है जिससे वो शुद्ध रंगो को दर्शाती है। क्या आप जानते है के लाइट कैसे ट्रैवल करती है ? कलर पिग्मेंट से बनने वाले QD Layer Film और RGB Filter के द्वारा लाइट ट्रेवल करती  है। वैसे QD कलर फ़िल्टर टेक्नोलॉजि का इस्तेमाल ज्यादातर LED और LCD टीवी में किया जाता है 

Quantum Processor क्या है ?

Quantum Processor का काम AI (Artificial Intelligence) और Machine Learning का इस्तेमाल करके low डेफ्फिनाशन पिक्चर को 4K या 8K तक क्वालिटी बढ़ाना है। जिसके बाद देखने वाले को एक अच्छा अनुभव होता है। backlight dimming और brightness duration को Quantum Processor बड़े ही सही तरीके से कण्ट्रोल करता है। आसान भाषा में समझे तो पिक्चर में होने वाली लाइट्स को अच्छे तरीके से scan करके जिस जगह पर लाइट की कमी होती है वो एरिया भी साफ़ दिखाई देता है और पिक्चर के जो लाइट एरिया होता है वो और भी क्लियर नजर आता है।

QLED TV में क्या खास है ?

QLED टीवी के बहुत सारे अलग अलग फायदे है। इन टीवी के अंदर Quantum dot टेक्नोलॉजी शामिल है। जो हाई luminance को प्रदान करती है जो स्क्रीन के हर एक हिस्से में ब्राइटनेस मैनेज करता है। जिससे पिक्चर की क्वालिटी बढ़ जाती है। टीवी की स्क्रीन की डिस्प्ले की हाई ब्राइटनेस को बैलेंस करता है और Contrast को नार्मल रूप से बेहतर बनाता है। फोटो और वीडियो को अच्छे से दिखाने के लिए HDR (High Dynamic Range) का इस्तेमाल  किया जाता है। जो पिक्चर और वीडियो की क्वालिटी को बढ़ा देता है। 

नॉन QLED टीवी के camparison में QLED टीवी में पिक्चर ज्यादा साफ़ और Realistic दिखाई देती है। इन टीवी की कलर सेटिंग बाकि टीवी के मुकाबले बहुत सिंपल है। QLED टेक्नोलॉजी हर एक कलर की रेंज को बहुत अच्छे से डिस्प्ले में दर्शाता है। जिससे देखने वाले को बहुत अच्छा एक्सप्रिएंस होता है। 

OLED क्या है ?

OLED (Organic Light Emitting Diode) को सन 1987 को Ching Wan Tang और Steven Van Slyke द्वारा पहला OLEDs डिवाइस बनाया गया था। इसका इस्तेमाल टीवी डिस्प्ले के अंदर किया जाता है। दरअसल ये एक कार्बनिक पार्टिकल की एक परत होती है जो टीवी डिस्प्ले में फिट की जाती है। और तो और इसका इस्तेमाल स्मार्ट फ़ोन, लैपटॉप में डिजिटल डिस्प्ले बनाने के लिए भी किया जाता है। ये QLED से अलग तरीके से काम करती है। QLED डिस्प्ले के अंदर लाइट को उत्पन करने के लिए backlight unit की जरुरत पड़ती है लेकिन OLED डिस्प्ले खुद लाइट उत्पन करती है इसे किसी backlight unit की जरुरत नहीं पड़ती है।  

QLED टीवी और OLED टीवी में क्या अंतर है ?

OLED के मुकाबले लोगो की रूचि QLED टीवी में ज्यादा देखी जा रही है। QLED टेक्नोलॉजी OLED टेक्नोलॉजी से अलग है। QLED TV Quantum dot का इस्तेमाल करके पिक्चर की क्वालिटी को बढ़ाता है और OLED Controversial Organic Material का इस्तेमाल करता है। पिक्चर की क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए। 

QLED टीवी, OLED टीवी की तुलना में ज्यादा  ब्राइटनेस और ज्यादा कलर रेंज प्रदान करते है। 

QLED टीवी, OLED के मुकाबले ज्यादा लम्बे समय तक चलते है। इसलिए आपको टीवी खरीदते समय अच्छी तरह से विचार करना चाहिए क्योकि टीवी हर साल ख़रीदे जाने वाली चीज नहीं है। 

OLED टीवी burn - in की  समस्या से खुदको बचा नहीं सकते। क्या आपने अपने टीवी की स्क्रीन के ऊपर कभी ना गायब होने वाले और परेशान करने वाले निशान को देखा है। दरअसल इन्हे टीवी burn - in कहा जाता है। लेकिन QLED टीवी इन burn - in समस्या से लड़ने में सक्षम है। क्वांटम डॉट टेक्नोलॉजी टीवी की डिस्प्ले से इस burn - in से बचाती है। जिसके कारण QLED टीवी पिक्चर क्वालिटी ख़राब नहीं होती। 

Black Level and Contrast 

कंट्रास्ट किसी पिक्चर का सबसे चमकीले और सबसे गहरे हिस्से के बिच का अंतर होता है। OLED के अंदर पूरी तरह से कला होने की क्षमता है जो QLED के पास नहीं है इसलिए जब ब्लैक लेवल की बात आती है तो OLED आगे है QLED से। 

QLED TVs अपनी LED backlight कम करके बाकि बची हुई लाइट को ब्लॉक कर लेते है जिससे LIGHT BLEED बोला जाता है जिसके कारण लाइट स्क्रीन पर एक जैसी नहीं दिखाई देती है। लेकिन अगर आप कोई रात की वीडियो और एक्शन मूव देख रहे है जिसमे रात का सीन हो तो आप उसमे अँधेरे में कुछ रौशनी को देख सकते है। 

निर्माताओं के आधार पर QLED को अभी तक OLED किलर नहीं बन पायी है। हालांकि QLED एक पोटेंशल टेक्नोलॉजी है और इसके अंदर बहुत सारे कमाल के फीचर है लेकिन ये OLED को पुरे तरीके से रेप्लस नहीं कर पाई है। 

अगर आज की बात करे तो OLED अब तक नंबर one पर है। जैसे के आप सब जानते है के OLED को आए हुए काफी समय हो चूका है और QLED को आए हुए अभी कुछ समय ही हुआ है। 

Brightness 

अगर हम बात करे ब्राइनेस की तो इस मामले में QLED आगे है QLED TVs से, हम अलग तरीके से backlights का इस्तेमाल कर सकते है इसमें लाइट्स को उत्पन करने के लिए पिक्सल पर डिपेंड होने की जरुरत नहीं पड़ती। ये LEDs सही तरीके से लाइट को उज्वल करती है। QLEDs डिस्प्ले के अंदर Quantum Dot टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है जिससे इसकी पिक्चर की QUALITY ज्यादा बेहतर और साफ़ होती है OLED TVs पिक्टर के मुकाबले। 

OLED TVs शुद्ध तरीके से ब्राइटनेस को उत्पन नहीं कर सकते और ना हे स्क्रीन के हर एक कोने में बराबर ब्राइटनेस  का संतुलन बना सकते है। वही दूसरी तरफ QLED TVs शुद्ध रूप से ब्राइटनेस को उत्पन करके स्क्रीन के हर एक पोरशन में बराबर लाइट को पहुंचाते है। ब्राइटनेस के मामले में QLED TVs ज्यादा बेहतर है OLED TVs के मुकाबले। 

QLED TVs की ब्राइटनेस को सबसे सही और सटीक मानी जाती है। जिसमे ब्राइटनेस, कलर पोरशन में सबसे ऊपर माना गया है। QLED डिस्प्ले एक रॉलेस्टिक पिक्चर को दर्शाती है। इसके अंदर होने वाले रंग के कॉम्बिनेशन सबसे ज्यादा अच्छे है। 

Colour Space

अगर हम रंग की बात करे तो QLED टीवी अब तक सबसे ऊपर के स्थान पर है। हलाकि OLED टीवी बहुत सारी चीजों में QLED से आगे है। पर रंग और चमक के मामले में QLED TVs ने अपनी पकड़ जमाई हुई है। सैमसंग कंपनी ने ये दवा किया है के QLED टेक्नोलॉजी सबसे बेहतर कलर प्रदर्शन करती है। 

इसमें कोई शक नहीं है के क्वांटम डॉट टेक्नोलॉजी कलर, ब्राइटनेस और चमक को रैलियस्टिक बनती है। और शानंदार रंग प्रदर्शन पेश करती है। QLED डिस्प्ले में होने वाले छोटे नैनोक्रिस्टल स्क्रीन को फ्लेक्सिबल बनाते है और रंग को हर एक पोर्शन में बराबर भेजते है। 

Response Time

QLED टीवी की तुलना में OLED टीवी ज्यादा तेज है। OLED में पिक्सल एक स्टेट से दूसरे स्टेट में बड़ी तेजी से स्विच करती है। जितनी तेजी से पिक्सल  मूव करेगी पिक्टर तनी ही साफ़ नजर आएगी। OLED में पिक्सल का मोशन 0.1 milliseconds में होता है और QLEDs में पिक्सल का मोशन 2 - 5 milliseconds में होता है। इस मामले में OLED आगे है QLED से। 

Refresh Rate 

OLED रिफ्रेश रेट QLED रिफ्रेश रेट से ज्यादा होता है. रिफ्रेश रेट होता है के एक सेकंड में टीवी या मॉनिटर स्क्रीन पर कितने फ्रेम दिखाई देते है। और इसको हार्ट्स में मापा जाता है। मार्किट में अलग अलग हार्ट के  टीवी avilable है अगर बात करे 60 हार्ट्स टीवी डिस्प्ले की तो यह 60 FPS (Frames Per Seconds) कर पाएगा। और अगर 120 हार्ट्स की बात करे तो वो 120 FPS कर पाएगा। आम तोर पर 120 हार्ट्स वाले टीवी महंगे आते है। इसलिए उनका रिफ्रेश रेट भी ज्यादा होता है। गेमिंग के दौरान रिफ्रेश रेट बहुत ज्यादा मायने रखता है।  

Viewing Angle 

अगर रंगो की सटीकता की बात करे तो OLEDs डिस्प्ले ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करती है। और वही दूसरी तरफ QLEDs डिस्प्ले की बात करे तो OLED में view एंगल ज्यादा सटीक दिखाई देता है। QLED डिस्प्ले सामने से देखने में OLED डिस्प्ले से बहुत अच्छे लगते है लेकिन angle को बदलने से इनकी रंग सटीकता बदल जाती है और पिक्चर अलग दिखने लगती है। 

OLEDs डिस्प्ले में ऐसी प्रॉब्लम नहीं होती अगर आप अपने देखने का एंगल बदल देते है तब भी आपको पिक्चर में कोई अंतर नजर नहीं आएगा। OLEDs डिस्प्ले 84 डिग्री से ऊपर एंगल से देखने पर भी पिक्चर में कोई बदलाव नहीं दिखाई देता। पिक्चर का रंग सटीकता वैसी ही रहती है जैसी सामने से देखने में लगती है। आप किसी एंगल से देख सकते है फिर चाहे वो up हो या down या फिर left, right हर एंगल से same पिक्चर नजर आएगी। इस मामले में OLED डिस्प्ले आगे है, QLED डिस्प्ले से।     

(QLED और Crystal UHD में से कौन ज्यादा बेहतर है ?)

Crystal UHD क्या है ?

क्रिस्टल UHD की full form है (Ultra-high Defination) जिसका मतलब होता है टीवी की डिस्प्ले रेंज, जो 3840p ✖ 2160p से 4k Resolutions प्रदान करते है। 

Crystal UHD टीवी की तुलना में QLED टीवी ज्यादा बेहतर एक्सप्रिएंस प्रदान करता है। 4k resolution और ज्यादा कलर कवरेज देता है. QLED टेक्नोलॉजी LED Backlight का इस्तेमाल करके क्वांटम डॉट पर प्रोजेक्ट करती है। जिसमे ज्यादा ब्राइटनेस और सटीक कलर की चमक प्रदान होती है। 

QLED टीवी क्या है?

QLED टीवी QLED 8K HDR स्मार्ट टीवी होते है जो इंफिनिटी स्क्रीन और 8K पिक्चर क्वालिटी पेश करती है। इसी के साथ QLED टीवी पर मूवी ऐप्प जैसे नेटफ्लिक्स, डिज़्नी +, और ऐमज़ॉन प्राइम, और स्पोर्ट एप्लीकेशन को आराम से चला सकते है। 

इस टेक्नोलॉजी के साथ आप अपने टीवी की साउंड को हर कोने में एक सा पाएंगे और यहा तक की आप अपनी आवाज से टीवी को इंस्ट्रक्शन भी दे सकते है। 

QLED Display Features क्या है ? 

- QLED टेक्नोलॉजी में quantum dot  का इस्तेमाल किया जाता है जो सेमीकंडक्टर पार्टिकल होते है जो साइज में बहुत छोटे होते है. ये नैनोमीटर के साइज में होते है जिनका काम होता है, लाइट के सभी रंगो को सही तरीके से दर्शना। 

- QLED के अंदर होने वाली Quantum Dot टेक्नोलॉजी शामिल होती है जो स्क्रीन के हर हिस्से में ब्राइटनेस को अच्छे से मैनेज करता है जिससे पिक्चर की क्वालिटी बढ़ जाती है। 

- पिक्चर को बेहतर दिखाने के लिए HDR (High Dynamic Range) का इस्तेमाल किया जाता है।  QLED टीवी में नॉन QLED टीवी की तुलना में ज्यादा realistic पिक्चर view को दर्शाता है। 

- quantum dot मैन्युफैक्चरिंग के दौरान बहुत सारे सेमीकंडक्टर्स का इस्तेमाल किया जाता है जो पिक्चर की क्वालिटी को बढ़ाने का काम करते है जिनके नाम है PbSe, PbS, InAs, InP, CdSe, CdS, इत्यादि।

- लाइट को illumation करने के लिए backlight units का उपयोग किया जाता है। backlight की मदद से लाइट को emit करके बहुत सारी प्लेट से गुजारा जाता है। जिससे स्क्रीन पर पिक्चर बन जाती है। 

स्क्रीन पर colour full पिक्चर दर्शाने के लिए स्क्रीन के पीछे 6 अलग अलग परत लगाई जाती है जिसे देखने वाले को साफ़ और clean image दिखाई दे। टीवी की डिस्प्ले के अंदर ये 6 परत होती है। 

1. Backlight Panel - backlight panel का इस्तेमाल इमेज को दिखाने के लिए किया जाता है। backlight एक लाइट का रूप होती है। LCD/LED खुद लाइट को produce नहीं करती इसलिए उस केस में स्क्रीन पर इमेज को बनाने के लिए उन्हें backlight panel की जरुरत पड़ती है। 

2. Reflector sheet - रिफ्लेक्टर शीट एक ऑप्टिकल फिल्म होती है जो टीवी के अंदर चलती है जिसको रिफ्लेक्ट करके स्क्रीन पर दिखाया जाता है। 

3. Polarising Filter - इसका ज्यादातर इस्तेमाल कैमरे में किया जाता है पर अब LED टीवी में भी इसका इस्तेमाल होना शुरू हो गया है। इसका मैन पर्पस है वातावरण की नेचुरल lights को मैनेज किया जा सके। आपने देखा होगा के जब आसमान की चमक ज्यादा होती है तो वो ऑब्जेक्ट की चमक को कम कर देता है। इसलिए इस defference को मैनेज करने के लिए इसका उपयोग होता है। 

4. TFT Array - TFT full form है, Thin Film Transistor जिसका इस्तेमाल LCDs और LEDs टीवी डिस्प्ले में किया जाता है। यह पिक्सल के बीच होने वाली crosstalk कम करके पिक्चर की स्टेबिलिटी को बढ़ाता है। 

5. Colour Filter Glass - यह एक कांच का ग्लास होता है। इसका काम होता है स्क्रीन पर पड़ने वाली एक्स्ट्रा लाइट को कम करना है। 

6. Quantum Dot Colour Filter - इस फ़िल्टर का काम होता है। कलर को मैनेज करके पिक्चर में जरुरत की जगह पर कलर को पहुँचाना।  

(QLED Display Advantages क्या है ?)

1. रंग सटीकता (Colour Accuracy) 

QLED डिस्प्ले का एक फायदा तो यह है के वो सटीक और ज्यादा वैरिएंट रंगो का उत्पादन करता है। quantum dot पार्टिकल अपने साइज के आधार पर कलर को उत्पन करते है। LCDs डिस्प्ले की तुलना में QLEDs डिस्प्ले ज्यादा बेहतरीन रंग और रीयलिस्टिक पिक्चर दर्शाती है।  

2. ज्यादा चमक (Higher Brightness)

जब LCD में Quantum dot टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है तो वो पहले से ज्यादा लाइट उत्पन करती है। LCD में पाए जाने वाले क्रिस्टल की तुलना में नैनोक्रिस्टल पार्टिकलस में ज्यादा ऑप्टिकल गुण होते है। इसी वजह से LCDs क्रिस्टल के मुकाबले नैनोक्रिस्टल पार्टिकल ज्यादा ब्राइटनेस उत्पन करते है। 

3. बेहतर कंट्रास्ट अनुपात (Improved Contrast Ratio)

QLED Quantum dot टेक्नोलॉजी केपीआर आधारित है जिसकी वजह से वो QLED ज्यादाContrast Ratio उत्पन कर सकता है LCDs की तुलना में। quantum dot ब्राइटनेस और लाइट को अच्छे से कण्ट्रोल करते है जिसके कारण QLED डिस्प्ले darkness को उत्पन कर सकती है। 

4. पतली, लचीली और हल्की डिस्प्ले (Thinner, Flexible and Lighter Display) 

Quantum Dot Technology के कारण QLED टीवी स्क्रीन बेहद पतली और लचीली होती है जिससे इसका वजन काफी हल्का होजाता है। QLED टीवी से पहले OLED टीवी में लचीली डिस्प्ले का इस्तेमाल होता था। इसी के आधार पर बादमे आने वाली QLEDs टीवी में OLED टीवी डिस्प्ले से ज्यादा लचीली, हलकी और पतली डिस्प्ले का इस्तेमाल होने लगा जो पिक्चर की क्वालिटी को पहले से ज्यादा बढ़ा देता है।

5. लम्बा जीवनकाल (Long Life)

अगर हम बात करे इनकी लाइफ के बारे में तो QLED का जीवन काल बाकि टीवी के मुकाबले ज्यादा होता है। OLEDs की तुलना में QLEDs ज्यादा लम्बे समय तक इस्तेमाल हो सकती है। OLEDs पानी या नमी के संपर्क में आने से ख़राब होने का खतरा ज्यादा रहता है क्योकि इसमें कलर के लिए organic कार्बन प्रदार्थ का इस्तेमाल होता है जो नमि के संपर्क में आने से टीवी की लाइफ को कम कर देता है। उधर दूसरी तरफ QLED टीवी में इतनी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता। QLEDs टीवी OLEDs टीवी की तुलना में ज्यादा टिकाऊ है।  

6. Power Efficiency 

QLEDs टीवी कम ऊर्जा खर्च करते है। LCD की तुलमा ने बहुत अच्छा पावर efficient है। LCD के बड़े क्रिस्टल लॉकर के कॉम्बिनेशन बनाने के लिए ज्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल करते है वही दूसरी और QLEDs टीवी में Quantum dot टेक्नोलॉजी में छोटे क्रिस्टल पार्टिकल का इस्तेमाल किया जाता है और जिस कलर की जरुरत होती हो सिर्फ उसी पर ज्यादा फोकस होता है जिससे बहुत सारी ऊर्जा बच जाती है।  

 QLED Display Disadvantages क्या है ?

- QLED डिस्प्ले का एक disadvantage यह है के ये OLED डिस्प्ले के मुकाबले में कम कंट्रास्ट ratio प्राप्त नहीं कर सकता। इसके अंदर होने वाली backlight गहरे काले रंग को रोकती है। 

- QLED का एक VIEWING ANGLE Response कम है OLED के मुकाबले में। जब हम टीवी को देखने का एंगल बदल देते है तो पिक्चर में हमें असमानताएं दिखाई देती है। जिससे पिक्चर की क्वालिटी कम हो जाती है। 

- QLED डिस्प्ले का reponse टाइम OLED डिस्प्ले के मुकाबले में कम है। OLED 0.1 milliseconds में फ्रेम को बदलता है जबकि QLED display 2 milliseconds में फ्रेम बदलता है। 

- QLEDs के अंदर LCD वाली सारी समस्या होती है। सीमित कंट्रास्ट ratio, स्लो पिक्सल प्रक्रिया। OLEDs डिस्प्ले में ये सब समस्या देखने को नहीं मिलती है। 

- QLEDs डिस्प्ले OLEDs डिस्प्ले की तरह खुद लाइट प्रोडूसस नहीं कर सकती है इसके लिए इसमें backlight units का इस्तेमाल किया जाता है

- OLEDs डिस्प्ले के मुकाबले QLEDs डिस्प्ले में कम blue लाइट शुद्धता होती है। क्वांटम डॉट के छोटे आकर का होने के कारण ब्लू लाइट को प्रदर्शन करने में ज्यादा समय लगता है।  

QLED टीवी के Smart Features क्या है ? 

  • आप अपने टीवी से अपने स्मार्ट फ़ोन को कनेक्ट करके फ़ोन को चला सकते है ✅
  • स्मार्ट फ़ोन से टीवी को कनेक्ट ककरे टीवी को रन कर सकते है ✅
  • QLED टीवी में आप multi view को रन करने का ऑप्शन मिलता है✅
  • QLED टीवी में आप Top view को रन करने का ऑप्शन मिलता है ✅ 
  • बेस्ट साउंड क्वालिटी ✅
  • 360 वीडियो प्लेयर✅ 
  • 360 कैमरा सपोर्ट ✅
  • ब्लूटूथ ऑप्शन ✅
  • wifi ऑप्शन ✅
  • वायरलेस Dex ✅
  • Microsoft 365 क्लाउड सर्विस ✅  

Game Feature

  • Auto Game Mode✅
  • Game Motion Plus✅
  • Surround Sound✅
  • Super Ultra Wide Game View✅
  • FreeSYNC✅
  • Game Bar✅

Additional Features 

  • Desital Clean view✅
  • Caption (Subtitle)✅
  • Auto channel Search✅
  • ConnectShare (USB - 2.0)✅
  • EPG✅
  • Extended PVR✅
  • OSD Language✅
  • USB HIT Support✅
  • Teletext✅
  • Time Shift✅
  • One Connect Box✅
  • iPv6 Support✅
  • MBR Support✅

आज अपने जाना  QLED डिस्प्ले क्या होती है हमें  उम्मीद है के आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। और QLED के बारे में आप जान चुके है के आखिर ये टीवी किस तरीके से काम करते है और इनके अंदर कोनसी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है। आगे भी हम आपके लिए ऐसी ही इन्फोर्मटिवे जानकारी लेट रहेंगे। हमारे  आर्टिकल को read करने के लिए आपका धन्येवाद, मिलते है जल्द दूसरे आर्टिकल में। 


Tags

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)
To Top