(DBMS) Database Management System क्या है ? Working, characteristics, Types, Advantages, Disadvantages, Components, functions
नमश्कार दोस्तों स्वागत है आपको हमारे इस चेंनेल पर आज हम आपको बताने जा रहे है एक बहुत जरुरी टेक्निकल इनफार्मेशन के बारे में जिसका नाम है DBMS क्या होता है। हमे उम्मीद है आपमें से बहुत सारे लोगो ने इसके बारे में जरूर सुना होगा और पता भी होगा के DBMS क्या है। दरअसल DBMS का मतलब है (Data Base Management System). अब तो आप समझ ही चुके होंगे के आखिर डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम किस काम के लिए इस्तेमाल होता है। डेटा को स्टोर काने के लिए DBMS का प्रयोग किया जाता है।
आज के समय में दुनिया तेजी से बदल रही है ओर तरक्की कर रही है। आज कंप्यूटर और स्मार्टफोन्स का जमाना है जिसमे हम हर मिनिट में लोग अपने कंप्यूटर में डाटा स्टोर कर रहे है। अगर हम आपको इससे भी आसान भाषा में बताए तो DBMS हमारे कंप्यूटर के अंदर एक सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर के अंदर के सारे डेटा को स्टोर करता है और उसे मैनेज करता है।
DBMS कंप्यूटर या स्मार्टफोन दोनों में होता है जो सारा डेटा संभाल के स्टोर करता है। कोई भी यूजर आसानी से उस डेटा को save, control, update delete कर सकते है। जिससे एक यूजर को काफी आसानी हो जाती है. एक उद्धरण से समझिए अगर आप कोई movie डाउनलोड करते है तो वो आपके कंप्यूटर के डाउनलोड फोल्डर में अपने आप स्टोर हो जाएगी इसका मतलब ये है DBMS अपने आप फाइल की पहचान करके उनको उससे रिलेटेड फोल्डर में भेज देता है।
एक ओर उद्धरण से समझिए यदि आप किसी डाटा को अपने कंप्यूटर के एक फोल्डर में स्टोर कर रहे है। मान लीजिए आप एक टीचर है, और आपको स्कूल के बच्चो के मार्क्स की डिटेल्स को स्टोर करना है तो आप उस डेटा को कंप्यूटर में स्टोर करेंगे। उसके बाद आप उस डिटेल्स को मैनेज करेंगे और फिर अपने हिसाब से उसको अपडेट भी कर सकते है। DBMS सॉफ्टवेर डेटाबेस को बहुत आसानी से कंप्यूटर में स्टोर करता है जिसमे हम बाद मे उस डेटा को retrieve, manipulate कर सके, जिससे एक यूजर को आसानी हो सके।
DBMS क्या है ?
DBMS की fullform होती है Database Management System जो कम्यूटर के हर एक डेटा को स्टोर और मैनेज करने का काम करता है ये एक सॉफ्टवेयर होता है. जो हर एक इनफार्मेशन को अलग अलग फोल्डर में स्टोर करता है जिससे यूजर को कोई प्रॉब्लम न हो और वो आसानी से अपनी फाइल को एक्सेस कर सके। DBMS के अंदर यूजर को बहुत सारे options मिलते है जैसे की डेटा को अपडेट करना, retrieve करना delete करना, manipulate करना इत्यादि जैसे ऑप्शन से आप डेटा में चेंज कर सकते है।
Database क्या है ?
जो भी फाइल या इनफार्मेशन कंप्यूटर में स्पेस घेरती है उससे डेटा बोला जाता है और डेटाबेस इन फाइल्स या इनफार्मेशन का समहू या ग्रुप होता है बहुत सारी फाइल को स्टोर करना डेटाबेस बोला जाता है। हम आपको थोड़ा और आसान तरीके से समझाते है अगर आप कोई गाना अपने कंप्यूटर में डाउनलोड करते है तो उसे डेटा बोला जायेगा लेकिन आपने एक एक करके बहुत सारे गाने डाउनलोड कर लिए है और उनकी एक प्ले लिस्ट बनचुकी है तो उसे डेटाबेस बोला जायेगा।
Management क्या है ?
हम जो डेटा स्टोर करते है उसके लिए हमें एक सॉफ्टवेर की जरुरत पड़ती है जो हमारे उस डेटा को अच्छे से मैनेज कर सके। मैनेज से इसका मतलब ये होता है के वो डेटा को इस तरीके से स्टोर करे के जिससे एक यूजर को डेटा तक पहुंचना आसान हो जाए। जैसे हमने ऊपर बताया है डाउनलोड की गयी फाइल्स अपने आप डाउनलोड फोल्डर में सेव हो जायेगी, बाद मे आप अपने हिसाब से उनमे changes कर सकते है।
System क्या है ?
सिस्टम एक ग्रुप होता है जिसके अंदर बहुत सारी चीजे arenge होती है जैसे के डेटा को पहचान करके उसको उससे रिलेटेड फोल्डर तक पहुंचना ये सब तभी मुंकिन है जब सॉफ्टवेयर में उससे रिलेटेड इनफार्मेशन स्टोर हो। इसलिए कंप्यूटर की अलग अलग कमांड और फोल्डर को समझने और मैनेज करने के लिए एक सिस्टम तैयार किया जाता है।
DBMS, हमे क्या क्या change करने की अनुमति देता है।
- डेफिनेशन: इसका इस्तेमाल डेटाबेस में डेटा को create करने, modification, delete करने की अनुमति देता है
- डेटा अपडेट: इसका इस्तेमाल डेटाबसे के असली डेटा को बदलने, चेंज करने ओर डिलीट लिए किया जाता है।
- डेटा रिट्रीव: इसका इस्तेमाल डेटाबेस से डेटा को रिट्रीव करने के लिए होता है जिसको दोबारा हम इस्तेमाल कर सके
- यूजर एडमिनिस्ट्रेशन: इसका इस्तेमाल डेटा को सुरक्षित रखने और सभी डाटा को कंट्रोल किया जाता है।
Database Management system के characteristics क्या है ?
- डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम इनफार्मेशन को स्टोर और मैनेज करने के लिए डिजिटल रेपोज़िटरी का इस्तेमाल करता है
- डेटा को एडिट करने और manipulate करने के लिए एक साफ़सूतराऑप्शन प्रदान करता है।
- DBMS सॉफ्टवेयर में डेटा का बैकअप बनाने और रिस्टोर करने का ऑप्शन भी रहता है
- इसमें ACID प्रॉपर्टीज होती है अगर डेटा में कभी कोई प्रॉब्लम आ जाती है तो ये डेटा को सही कंडीशन में स्टोर रखता है।
- DBMS डेटा के बिच में होने वाले complex relationship को सिंपल करता है।
- इसका इस्तेमाल डेटा को manipulate को सपोर्ट करने के लिए किया जाता है
- ये कंप्यूटर के डेटा को शुरक्षित रखता है और सही ढंग से उसे मैनेज करता है
- हम इसके इस्तेमाल से डेटा को अलग अलग तरीको से एक्सेस कर सकते है।
Columnar Database
कॉलमर डेटाबेस को कॉलम डेटाबेस भी बोला जाता है। ये डाटा को row के बजाए column में स्टोर करता है इस तरह से डेटाबेस का इस्तेनाल वेअरहाउस में किया जाता है analytical querise को सँभालने के लिए अच्छा होता है। आप अपने हीसाब से इनफार्मेशन को प्राप्त कर सकते है कॉलम के अनुसार।
Wide Column Database
वाइड कॉलम डेटाबेस वो डेटाबेस होते है जिसमे वाइड कॉलम डेटा स्टोर किये जाते है ये ज्यादा row में डाटा को स्टोर करने के बजाए column में स्टोर करते है जिससे यूजर को डेटा एक्सेस करने में आसानी रहती है इस डेटाबेस का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है। ये petabytes data को भी स्टोर कर सकते है। example: Bigtable, Apache Cassandra and Scylla
Object Orianted Database
इस डेटाबेस में सारे डेटा और उसके गुण ऑब्जेक्ट के रूप में एक साथ बंधे होते है ये डेटाबेस ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोगरामिंग पर आधारित है और ये कंप्यूटर लैंग्वेंगे जैसे C++ और java जैसे लेंग्वेज के साथ अच्छी तरीके से काम करता है। example: wakanda, objectstore
key-value database
ये डेटाबेस key- value को स्टोर करते है आसान भाषा में ये डेटाबेस ज्यादा डेटा के ट्रैफिक को आसानी से संभाल सकते है ये डेटाबेस multi player online games को और वेब एप्लीकेशन को मैनेज करते है। examples: Amazon DynamoDB, Redis
Hierarchical database
इस डेटाबेस के अंदर डेटा को perent और child के रूप में दर्शाया जाता है. जैसे अपने कोई पिक्चर क्लिक करते है तो वो अपने आप पेड़ की शाखाओ की तरह बट जाएगी। इस डेटाबेस की शुरुआत 1960 के दशक में हुई थी। Examples: IBM Information Management System (IMS), Windows Registry
document database
इस डेटाबेस की मदद से डाक्यूमेंट्स को स्टोर किया जाता है। ये डाक्यूमेंट्स फाइल को कॉलम और रौ में स्टोर करने के बजाए मॉडल के रूप में स्टोर करता है। इस डेटाबेस को डॉक्यूमेंट ओरिएंटेड इनफार्मेशन को स्टोर करने के लिए डिज़ाइन किया है। Examples: MongoDB, Amazon DocumentDB, Apache CouchDB
Graph databases
इस डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर को डेटा पॉइंट्स के बीच कनेक्शन की पहचान करने के लिए और उनके साथ काम करने के लिए किया जाता है। ये ग्राफ सिंद्धान्तो पर आधारित है इसलिए इनका उपयोग डेटा पॉइंट्स के बीच के कनेक्शन को पहचाने के लिए ही किया जाता है। धोखाधड़ी को रोकने के लिए और सोशल मीडिया से लोगो का डेटा चुराने से रोकने के लिए किया जाता है। Examples: Datastax Enterprise Graph, Neo4J
Time Series Databases
टाइम सीरीज डेटाबेस इस्तेमाल time, date, internat connection, bettray, volume को मैनेज करता है। आपने अपने कंप्यूटर डेशबोर्ड के सबसे नीचे टाइम और डेट का ऑप्शन देखा होगा जिसको आप चेंज कर सकते है ये डाटा टाइम सीरीज डेटाबेस की मदद से ही मैनेज किया जाता है।
DBMS के Advantages क्या है ?
Controls database redundancy: इसमें डेटा redundancy को कंट्रोल किया जाता है, और सभी डेटा फाइल के अंदर रखा जाता है, जिसमे डेटा फाइल को ढूंढ़ना आसान रहता है।
data sharing: DBMS में एक ऑथोराइज़ यूजर के द्वारा एक साथ बहुत सारे users को डेटा शेयर किया जा सकता है।
Ease of Maintenance: इस डेटा को अच्छे से maintain किया जाता है और DBMS द्वारा डेटाबेस की mentainence आसान हो जाती है.
Reduse time: DBMS डेवेलप होने में और maintenance में ज्यादा समय नहीं लेता।
Backup: DBMS बैकअप का ऑप्शन प्रोवाइड करता है। अगर कभी आपके कंप्यूटर की hardware और software में कोई खराबी आजाती है तो ये automatic बैकअप बना लेता है। जिसको बादमे restore किया जा सकता है।
DBMS की Disadvantages क्या है ?
Higher cost of hardware and software: DBMS software को हाई स्पीड में चालने के लिए हाई प्रोसेस्सर की जरुरत पड़ती है और लार्ज मेमोरी की भी आवशकता होती है।
larg size required: ज्यादा डेटा को स्टोर करने के लिए लार्ज मेमोरी और डिस्क की जरुरत पड़ती है।
Complexcity: DBMS, काम के समय बहुत सी समस्याएं भी create करता है।
failure: DBMS सॉफ्टवेयर डेटा को एक सिंगल फाइल में स्टोर कर देता है जिससे यूजर को उसे ढूंढ़ने में आसानी हो जाए लेकिन कभी कोई इलेक्ट्रिक फेलियर होजाता है जिसकी वजह से डेटाबेस फाइल हमेशा के लिए डिलीट हो सकती है।
DBMS के Components क्या है ?
Storage Engine: ये DBMS का बहुत जरुरी पार्ट होता है। हमारा सारा डेटा इसी के द्वारा स्टोर किया जाता है।
Query Language: इस भाषा का इस्तेमाल डेटाबेस के साथ बात चित करने के लिए किया जाता है। डेटाबेस को बनाने से लेकर उसे स्टोर करने तक डेटा के साथ comunication बनाना पड़ता है।
Query Processor: ये पार्ट डेटाबेस और यूजर के बीच कमुनिकशन करता है। जब यूजर कोई कमांड देता है तो डेटाबेस में चेंज दिखाई देता है।
Optimization Engine: ये इंजन कंप्यूटर के अंदर स्टोर किए गए डेटाबेस को optimize करता है, जिससे डेटा को सुरक्षा प्रदान हो सके।
Metadata Catalog: जब कोई डेटाबेस बनाया जाता है तो metadata catalog कुछ metadata के साथ उस डेटाबेस को रिकॉर्ड कर लेता है
Log Manager: ये कंपोनेंट्स DBMS के सभी लॉग्स को सुरक्षित रखता है। जिसके अंदर यूजर के login, activity, backup शामिल होते है।
Reporting & Monitoring Tools: ये कॉम्पोनेन्ट डेटाबेस पर निगरानी करने के काम आता है यूजर के लिए डेटा रिपोर्ट तैयार करता है।
Data Utilities: ये कॉम्पोनेन्ट यूजर के लिए कुछ Functionality देता है
- Data Checks
- Simple Database Repair
- Data Validation
- Backup & Restore
(DBMS) Database Management System के functions क्या है ?
- Data Create: सबसे पहले DBMS में डाटा को create किया जाता है और फिर उससे स्टोर किया जाता है।
- Data Manage: इसमें स्टोर किए गए डेटा को DBMS सॉफ्टवेयर के द्वारा मैनेज किया जाता है।
- Data Update: अगर आपके डेटाबेस में कोई गलती हो गयी है तो आप उससे अपडेट या चेंज कर सकते है।
- Data Delete: इस ऑप्शन की मदद से हम किसी भी इनफार्मेशन को डिलीट कर सकते है।
- Data Backup: DBMS आपको डेटा बैकअप का ऑप्शन देता है जिससे आप डिलीट हुआ डेटा को दोबारा रिकवर कर सकते है।
- Data Restore: अगर कभी आपका डेटा किसी भी कारण से डिलीट हो जाता है तो आप उससे रिस्टोर कर सकते है।
List of DBMS softwares
- 4th Dimension
- Access Database Engine
- Airtable
- Adabas D
- Apeche Derby
- Aster Data
- Amazon Aurora
- Altibase
- CA datacom
- CA IDMS
- Clarion
- ClickHouse
- Clustrix
- CockroachDB
- CSQL
- CUBRID
- DataEase
- DataFlex
- Database management Library
- Dataphor
- dBase
- Derby
- Empress Embedded Database
- Exasol
- Extensible Storage Engine
- EnterpriseDB
- eXtremeDB
- FileMaker Pro
- Firebird
- Frontbase
- Google Fusion Tables
- Greenplum
- Grovesite
- H2
आज अपने सीखा है के DBMS Database Management System क्या होता है। हमें उम्मीद है के आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आगे भी हम और हमारी टीम आपके लिए ऐसे ही टेक्निकल इनफार्मेशन लेकर आती रहेगी।
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