INTERNET कैसे काम करता है ? और khan se aata hai? hum phone mein online video kese dekh pate hai ?

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INTERNET कैसे काम करता है ? और khan se aata hai? hum phone mein online video kese dekh pate hai ?

क्या आप INTERNET के बारे में जानते है ? अगर जानते है तो क्या आपको ये भी पता है के इंटरनेट कैसे  काम करता है और कहा से आता है और हम उसकी मदद से अपने फ़ोन में WEBSITES कैसे OPEN कर पाते है ?इन सारी बातो के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिल जाएंगे। पहले हम आपको इंटरनेट के बारे में बता दे। इंटरनेट एक बहुत काम की चीज है। आज इसके बिना दुनिया की कल्पना करना मुश्किल है, आज हम अपने कंप्यूटर या फ़ोन में ONLINE जो कुछ भी चलाते है या देखते है पढ़ते है वो सब इंटरनेट की मदद से हो पाता है। बिना इंटरनेट के ऑनलाइन कुछ भी एक्सेस नहीं कर सकते, फिर चाहे वो गाने सुनना हो या विडिओ देखना, या फिर किसी को  मैसेज करना हो, ये सब इंटरनेट की मदद से ही कर सकते है। 

INTERNET का आविष्कार किसने किया ? 

इंटरनेट का आविष्कार VINT CERF और ROBERT ELLIOT KAHN के हातो से हुआ है ये दो पहले इंसान थे जिन्होंने इंटरनेट की खोज से इस दुनिया को बदला, इंटरनेट की शुरुआत से पहले सन 1974 के दशक में TCP/IP (TRANSMISSION CONTROL PROTOCOL/INTERNET PROTOCOL) की शुरुआत हुई जिससे कंप्यूटर को लिंक किया जा सके, ये एक तरह का नेटवर्क है जिसमे सरकारी, सामाजिक, निजी, बिज़नेस, शैक्षिक नेटवर्क शामिल है, ये नेटवर्क इलेक्ट्रॉनिक, वायरलेस, ऑप्टिकल वायर में फैला होता है।

INTERNET क्या है ?

इंटरनेट एक System है जो तारो के जाल (NETWORK)से बनता है जो बहुत सारे डिवाइस को एक साथ जोड़ता है। इंटरनेट सिस्टम है जो  इनफार्मेशन को एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर करता है, इंटरनेट तभी काम करता है जब सारे डिवाइस कनेक्टेड होंगे, आप अपने कंप्यूटर या फ़ोन में जो भी वीडियो देखते है वो उस वेबसाइट की डाटा सेंटर में स्टोर है जिसको इंटरनेट की मदद से आप देख पा रहे हो, एक EXAMPLE से समझिए अगर आप अपने घर से दूर है और आपको अचानक से कुछ याद आ गया या आप एक DOCUMENT घर पर ही भूल गए जिसकी DETAILS आपके लिए बेहद जरुरी है तो आप अपने घर के किसी सदस्य को फ़ोन मिलते हो और उस DOCUMENT की डिटेल्स पता कर लेते हो, तो यह पर आपका फ़ोन एक माध्यम या सिस्टम हो गया जिसकी वजह से आप अपने घर फ़ोन कर पाए और डिटेल्स को जान पाए, इंटरनेट भी ऐसे ही काम करता है इसके इस्तेमाल से आप अलग अलग  WEBSITES से इनफार्मेशन ले सकते है।

INTERNET कैसे काम करता है ?

आज हम फ़ोन या कंप्यूटर में जो भी वीडियो देखते है या ONLINE कुछ भी सर्च करते है। इस इनफार्मेशन को हमारे पास पहुँचने के लिए हजारो मील की दुरी तह करनी होती है चलिए जानते है के आखिर इंटरनेट कैसे काम करता है ? 

आप जो ONLINE वीडियो फ़ोन में देखते है, उससे डाटा सेंटर के अंदर डाला जाता है, जब आप उसे वीडियो को सर्च करते है तो आपके सामने वह आ जाती है। डाटा सेंटर आप से हजारो मील दूर हो सकता है। अब सवाल आता है के इतनी दूर से इंटरनेट कैसे पहुँचता है, दरअसल ये काम OPTICAL FIBER CABLE NETWORK द्वारा होता है, डाटा सेंटर से आपके AREA के टावर तक ये ऑप्टिकल केबल बिछाये जाते है, बाद मे आपके फ़ोन या कंप्यूटर से  या आपके राऊटर से जोड़ा जाता है। 

IP ADDRESS क्या होता है ?

अगर आप कोई वीडियो या कोई भी चीज सर्च कर रहे है, तो वो आप तक कैसे पहुंचाई जाती है, इसका जवाब है IP ADDRESS के द्वारा जिसको आप अपना ऑनलाइन पता या VERTUAL पता भी बोल सकते है। आसान शब्दों में, जब आप कोई सामान खरीदते है और वहा पर अपने घर का पता डालते है तो वो DELEVERY MAN सामान को आपके घर तक ले आता है, ऐसे ही आपका IP ADDRESS आपके  फ़ोन, कंप्यूटर या कोई भी डिवाइस का पता होता है,जिससे उस डिवाइस की पहचान हो सके और सही इनफार्मेशन वहा तक पहुंचाई जा सके 

डाटा सेंटर में बहुत सारी वेबसाइट और डिवाइस के IP ADDRESS स्टोर होते है डाटा सेंटर का सर्वर वेबसाइट को जनता है और उसका IP अड्रेस को स्टोर कर लेता है इस वजह से हम कोई भी वेबसाइट का उपयोग कर पाते है, लेकिन इंटरनेट की दुनिया में बहुत सारे या लाखो की संख्या में IP अड्रेस है इसलिए हर IP अड्रेस की पहचान करने के लिए उनको एक नाम दिया जाता है जैसे। XYZ.com, XYZ.in इत्यदि, जिससे IP अड्रेस की पहचान करना आसान हो जाए। 

INTERNET को IP ADDRESS कहा मिलता है ?

इंटरनेट IP अड्रेस को पता करने के लिए DNS सर्वर का उपयोग करता है, DNS एक डिटेल्स डायरी होती है जिसमे सभी वेबसाइट का नाम और IP ADDRESS होता है, जब आप अपने गूगल ब्राउज़र पर कोई DOMAIN NAME सर्च करते है तो आपका ब्राउज़र IP अड्रेस को जानने के लिए DNS सर्वर को मैसेज भेजता है, जिसके बाद ब्राउज़र को उस DOMAIN का IP ADDRESS मिल जाता है, ये प्रोसेस बहुत जल्दी होती है, कुछ ही सेकण्ड्स में आपके सामने वो वेबसाइट ओपन हो जाती है। इस इनफार्मेशन को पहुंचने के लिए OPTICAL FIBER CABEL का इस्तेमाल किया जाता है। 

OPTICAL FIBER CABEL कैसे लगाए या बिछाए जाते है ?

ऑप्टिकल केबल मशीनो की मदद से बिछाये जाते है ये एक सिंपल मोटे तार होते है जिसको धरती के नीचे बिछाये जाते है. धरती पर केबल को बिछाने के लिए एक मशीन से मिटटी को खोदा जाता है और केबल को बिछाया जाता है।


पानी में केबल को बिछाने के लिए एक जहाज से एक हल को पानी में छोड़ा जाता है ये हल पानी के नीचे की जमीन पर थोड़ी सी खुदाई करता जाता है और इसके साथ केबल जुड़ा होता है उसको गड्ढा खोदने के साथ साथ केबल भी बिछाता जाता है, इन केबल से आपके द्वारा सर्च की गयी इनफार्मेशन ट्रेवल करती है, ये केबल आपके आस पास के टावर से जुड़े होते है और उस टावर से आपके घर के राउटर से कनेक्ट रहते है जिससे आप अपने फ़ोन में electromagnetic waves से इंटरनेट CONNECT कर पाते है। 

इंटरनेट एक बहुत ही बड़ा नेटवर्क है जिसको मैनेज करने के लिए, एक आर्गेनाइजेशन स्थापित की गयी है, वेबसाइट के IP ADDRESSES और DOMAIN NAMES रजिस्ट्रेशन इत्यादि, को  ICANN एक सन्स्था के द्वारा कंट्रोल किया जाता है, जो संयुक्त्त राष्ट्र अमेरिका में स्थित है।       

     

 

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