10 Common दांत की समस्याएं और उपचार (लक्षण, कारण, समाधान)

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1. दांतों में सड़न (Tooth Decay) 

तालू में सड़ने का रोग, जिसे दांतों के कैविटी या मसूड़े कहा जाता है, कई लक्षणों के साथ हो सकता है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण

  • दांतों में दर्द या टूथ एक्स (Toothache) का अनुभव होना।

  • खाना खाने या पीने में दर्द का महसूस होना।

  • दांतों के ऊपरी भाग में धागा या गाढ़ रेखाएं दिखना।

  • दांतों की संख्या में कमी या दांतों का टूटना।

  • मसूड़ों में सूजन या लालिमा होना।

  • दांतों के बीच में छेद या गहरी सूजन का बढ़ जाना।

कारण:

  • दांतों की अच्छी तरह से सफाई ना करना: बैक्टीरिया (दांतों  के बीच में बसे हुए छोटे जीवाणु) द्वारा होना।

  • मिठाई, चीनी, बिस्किट, चॉकलेट, का अधिक सेवन करने से दांतों के कैविटी पैदा हो सकता है।

  • दांतों की अच्छी तरह से सफाई न करने के कारण यह समस्या पैदा हो जाती है।

  • तंबाकू चबाने या सिगरेट पीने के दौरान दांतों को खराब हो सकते है।

  • सही तरीके से खाना ना चबाने के कारण से भी यह समस्या पैदा होती है

समाधान:

  • सही तरीके से दांतों की सफाई करें। इसमें दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना और फ्लैश (दंत फेस के बीच में साफ करने का तरीका) करना शामिल है।

  • मिठाई, चीनी, और खाद्य सामग्री में मधुर या आवश्यकता से कम चीनी का सेवन करें।

  • दांतों की अच्छी देखभाल के लिए नियमित दंत चिकित्सक की जांच कराएं।

  • तंबाकू और सिगरेट का सेवन रोकें या कम करें।

  • स्वस्थ और पौष्टिक आहार लें, जो दांतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेगा।

  • नियमित रूप से दंत चिकित्सक के पास जाएं और दांतों की समस्या के बारे में सलाह लें।

2. Gum Disease (मसूड़ों की बीमारी)

मसूड़ों का रोग, जिसे गम रोग कहा जाता है, कई लक्षणों के साथ हो सकता है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • मसूड़ों मैं सूजन या लालिमा होना।

  • मसूड़ों से खून आना।

  • मसूड़ों की कमजोरी या ढीलापन महसूस करना।

  • मसूड़ों से बदबू आना।

  • मसूड़ों में दर्द या छिड़काव होना।

  • दांतों के जोड़ों में दर्द या ठंडक महसूस करना।

कारण:

  • अच्छे स्वच्छता की अनुपालन न करने से मुख्यतः बैक्टीरिया (मसूड़ों की मंदिरों में बसे हुए छोटे जीवाणु) द्वारा होना।

  • अधिक मिठाई, चीनी, चिप्स, और आधुनिक खाद्य सामग्री का सेवन करने से मसूड़ों का समस्या हो सकता है।

  • मसूड़ों की अच्छी देखभाल और साफ-सफाई की अभावित होना।

  • तंबाकू चबाने या सिगरेट पीने से मसूड़ों के दौरान दांतों को खतरा हो सकता है।

  • बालों में उच्च मात्रा में स्ट्रेस का होना भी मसूड़ों को प्रभावित कर सकता है।

  • संक्रमण या रोगों की उपस्थिति, जैसे कि डायबिटीज, इम्यून सिस्टम की कमजोरी, या हृदय रोग आदि।

समाधान:

  • नियमित रूप से मुंह की सफाई करें। इसमें दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना, फ्लॉस (मसूड़ों के बीच में सफाई का तरीका) करना और माउथवॉश करना शामिल है।

  • मिठाई, चीनी, चिप्स, और आधुनिक खाद्य सामग्री का सेवन कम करें और स्वस्थ आहार लें।

  • दंत चिकित्सक की सलाह पर आदर्श मसूड़ों की स्वस्थ्य देखभाल करें।

  • तंबाकू और सिगरेट का सेवन रोकें या कम करें।

  • नियमित रूप से मसूड़ों की जांच कराएं और मसूड़ों की समस्याओं के लिए मुंह के विशेषज्ञ के पास जाएं।

  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और स्ट्रेस को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन करें।

  • अपने डायबिटीज, इम्यून सिस्टम की कमजोरी या अन्य संबंधित समस्याओं का संगठन करें और उन्हें प्रबंधित करें।

3. बदबूदार सांस (Bad Breath)

बदबू, जिसे हेलिटोसिस भी कहा जाता है, कई लक्षणों के साथ हो सकती है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • मुंह से खराब गंध आना।

  • दूसरों द्वारा बदबू की शिकायत करना।

  • जीभ, मसूड़ों और दांतों में संक्रमण के कारण बदबू का पैदा होना।

  • बदबू के साथ मुंह का सूखापन या ताजगी की अभावित होना।

कारण:

  • ब्रश न करने से हमारे दांतों में सड़न पैदा हो जाती है।

  •  ज्यादा खाना खाने से भी दांतों के बीच में खाना फंस जाता है जिसकी वजह से वह सड़न पैदा कर देता है

  •  ठीक से खाना न पचना व पेट में किसी तरह की समस्या के कारण से मुंह से बदबू आना शुरू हो जाता है

  • तंबाकू या अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन करना बदबू का कारण बन सकता है।

  • दांतों और मसूड़ों की समस्याएं, जैसे कि कैविटी, मसूड़ों का संक्रमण, या दांतों की समस्याएं, बदबू का कारण बन सकती हैं।

समाधान:

  • नियमित रूप से मुंह की सफाई करें। इसमें दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना, जीभ का सफाई करना और माउथवॉश करना शामिल है।

  • दांतों और मसूड़ों की समस्याओं का समय पर उपचार करें और नियमित दंत चिकित्सक की जांच कराएं।

  • पेट संबंधी समस्याओं का संगठन करें और अपने खान पान को  ठीक करें।

  • ज्यादा भोजन का सेवन ना करें, हेल्दी खाना खाए और पानी का सेवन ज्यादा करें।

  • तंबाकू और सिगरेट का सेवन पूरी तरह से बंद करें और मुंह के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए तंबाकू उत्पादों से दूर रहें।

4. संवेदनशील दांत (Sensitive Teeth)

संवेदनशील दांतों की समस्या कई लक्षणों के साथ हो सकती है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण

  • ठंडा, गर्म या मीठे खाने पीने पर दांतों में तेज दर्द का अनुभव होना।

  • कुछ भी ठंडा या गर्म खाने से जब आपके बातों में दर्द होना शुरू हो जाए

  • दांतों के संक्रमण, कैविटी, मसूड़ों की समस्या, या दांतों की टूटने की स्थिति से संबंधित समस्याएं होना।

कारण: 

  • दांतों की जख्म, जैसे कि तेज ब्रशिंग, जबकि दांतों की ऊपरी सतह की कवरेज ढल जाती है।

  • मसूड़ों की समस्याएं, जैसे कि मसूड़ों का संक्रमण या अन्य मसूड़ों की समस्याएं, जो दांतों की जड़ों के संपर्क में होती हैं।

  • दांतों की कैविटी या टूटने की स्थिति।

  • तंबाकू चबाने, मसाला या सिगरेट का सेवन करने से दांतों की संरचना पर प्रभाव पड़ता है और दांतों की संवेदनशीलता का कारण बनता है।

  • दांतों के सांसारिक धब्बे या दांतों के ऊपरी सतह पर कैल्शियम की कमी।

समाधान:

  • संतुलित ब्रशिंग तकनीक का अनुसरण करें और दर्द वाले दांतों को कम दबाव वाले तरीके से ब्रश करें।

  • दर्द कर रहे दांतों के लिए आदर्श मसूड़ों को स्वस्थ देखभाल करें और नियमित दंत चिकित्सक की जांच कराएं।

  • मसूड़ों के संक्रमण या समस्याओं को ठीक करने के लिए मुंह के विशेषज्ञ के पास जाएं।

  • तंबाकू, मसाला और सिगरेट का सेवन करें या कम करें।

  • अपने दांतों की स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान दें, नियमित रूप से दांतों की जांच कराएं और कैल्शियम युक्त आहार लें।

  • संतुलित खाने पीने के अलावा, ठंडा और गर्म आहारों के संपर्क से बचें।

  • यदि दांतों की संवेदनशीलता बहुत ही अधिक है और सामान्य समाधानों से आराम नहीं मिलता है, तो एक दंत चिकित्सक से संपर्क करें ताकि वे उपयुक्त उपचार और सलाह प्रदान कर सकें।

5. फटा या टूटा हुआ दांत (Cracked or Broken Teeth)

टूटे या टूटे हुए दांतों की समस्या कई लक्षणों के साथ हो सकती है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • दांतों में टूटने की लकीरें या क्रैक होना।

  • दांतों के किसी भाग का टूटना या टूटने का अनुभव करना।

  • दांतों में दर्द या तेज संवेदनशीलता होना।

  • खाने और पीने में तकलीफ होना।

कारण:

  • दांतों को जोरदार टक्कर लगने का अनुभव करना।

  • माउथ इन्जरी, जैसे कि दांतों के ऊपरी हिस्से पर दबाव या टक्कर लगने के कारण दांतों में टूटना।

  • दांतों पर अधिक दबाव, जैसे कि बीती हुई मस्तिष्क दांतों पर दबाव डालने के कारण टूटना।

  • दांतों के कवर की कमजोरी, जो दांतों को टूटने के प्रति संवेदनशील बना सकती है।

  • बुरा खानपान, जैसे कि बहुत साधारण मिठाई खाना, जिससे दांतों की स्ट्रक्चर कमजोर हो सकती है।

  • दांतों की संवेदनशीलता की एक पूर्ववर्ती समस्या, जैसे कि दांतों की कैविटी या जड़ के संक्रमण से हो सकता है। 

समाधान:

  • तुरंत दंत चिकित्सक से संपर्क करें और उन्हें और उन्हें अपने दांतों की स्थिति के बारे में बताएं पिक्स।

  • दांतों की जड़ की बनावट को संशोधित करने के लिए टूटे हुए या टूटे हुए दांतों का इलाज कराएं, जैसे कि दांतों के ऊपरी हिस्से को कवर करने के लिए क्राउन लगवाएं।

  • अपने दांतों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से ब्रश करें, मुंह का ध्यान रखें और अच्छा खान पान करें।

  • डेंटल गार्ड का उपयोग करें यदि दांतों के टूटने का खतरा है, जैसे कि स्पोर्ट्स या दांतों को दबाने के कार्य के दौरान।

  • दांतों को स्वस्थ रखने के लिए अच्छे खानपान की देखभाल करें, जैसे कि मीठाई और कार्बोहाइड्रेटों की मात्रा कम करें।

6. घटता हुआ मसूड़ा (Receding Gums)

मसूड़ों की समस्या में होने वाले दरार के बारे में जानने के लिए, यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • मसूड़ों की सतह की कमी या ऊपरी हिस्से का ढीला हो जाना।

  • दांतों की जड़ का अधिक दिखाई देना।

  • मसूड़ों की संवेदनशीलता बढ़ जाना।

  • मसूड़ों की लालिमा, सूखापन या तनाव।

  • दांतों के तीव्र दर्द या संवेदनशीलता का अनुभव करना।

कारण:

  • गिरावट तंतुओं की समस्या, जिसमें मसूड़ों की पुनर्निर्माण क्षमता कम हो जाती है।

  •  गलत तरीके से ब्रश करना, जिसमें  ज्यादा दबाव के साथ दांतों को ब्रश करने के कारण मसूड़ों में क्षति हो सकती है।

  • मसूड़ों पर ज्यादा दबाव, जैसे कि जटिल और तंत्र के दांतों के चिकित्सा उपचार, परमाणु इलाज, तंतुओं के संयम आदि के कारण।

  • मसूड़ों के संक्रमण, जिसमें मसूड़ों की संरचना और क्षमता पर असर पड़ता है।

  • धूम्रपान, तंबाकू या तंबाकू उत्पादों का सेवन करना, जो मसूड़ों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

  • उम्र का बढ़ना, जिससे तंतुओं की संरचना में परिवर्तन हो सकता है।

समाधान:

  • सही ब्रशिंग और फ्लॉसिंग तकनीक का इस्तेमाल करें।

  • अधिकतम दबाव के साथ नर्म ब्रश का उपयोग करें और सही ब्रशिंग और फ्लॉसिंग करें।

  • नियमित रूप से दंत चिकित्सक की जांच कराएं और अच्छी मसूड़ों की देखभाल के लिए उनकी सलाह लें।

  • मसूड़ों की संवेदनशीलता को कम करने के लिए मसूड़ों पर उपचार करें, जैसे कि अंतर्निहित मसूड़ों को कवर करने के लिए क्राउन लगवाएं या रिजेनरेटिव तकनीकों का उपयोग करें।

  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जिससे सही खाने-पीने, नियमित व्यायाम, तंबाकू और अल्कोहल के सेवन से बचाव शामिल हो।

7. जड़ संक्रमण (Root Infection)

मूल संक्रमण एक दांतों की समस्या है जिसमें दांत की जड़ में संक्रमण हो जाता है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • दांत में तीव्र दर्द का अनुभव करना।

  • सूखापन, फूलना या दांतों की ठंडक का अनुभव करना।

  • दांत के चारों ओर सूजन होना।

  • मसूड़ों की संवेदनशीलता में वृद्धि होना।

  • दांतों से खाना खाने में तकलीफ और गंध का अनुभव करना।

कारण:

  • कैरीएल दांत संक्रमण, जिसमें बैक्टीरिया दांत के छिद्रों के आसपास इंफेक्शन पैदा करते हैं।

  • गहरी दांतों की क्षमता, जो संक्रमण के Spreading का कारण बन सकती है।

  • दांतों के कटाव के दौरान जटिलताएं, जो इंफेक्शन का कारण बन सकती हैं।

  • दांत के दरार, जिसमें बैक्टीरिया संक्रमण के लिए प्रवेश कर सकते हैं।

समाधान:

  • तुरंत दंत चिकित्सक से संपर्क करें और उन्हें जांच कराएं ताकि संक्रमण की पुष्टि की जा सके।

  • दांतों को साफ रखने के लिए नियमित दांतों की सफाई करें।

  • आपके दंत चिकित्सक द्वारा निर्दिष्ट दवाओं का उपयोग करें और संक्रमण के लिए उचित इलाज कराएं।

  • अगर आवश्यक हो तो, दांतों को चिकित्सकीय प्रक्रिया के माध्यम से संशोधित करें।

  • संक्रमण को रोकने के लिए सावधानियां बरतें, जैसे कि नियमित दांत सफाई, स्वस्थ आहार का सेवन करना, और धूम्रपान और तंबाकू का सेवन से बचना।

8. तामचीनी क्षरण (Enamel Erosion)

एनामेल का पतन एक दांतों की समस्या है जिसमें दांतों की बाहरी परत (एनामेल) की महत्वपूर्णता कम हो जाती है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • दांतों की सेंसिटिविटी बढ़ जाना।

  • दांतों की रंगत में परिवर्तन, जैसे कि पीलापन या दांतों की ट्रांसलूसेंसी (पारदर्शिता)।

  • दांतों की सतह पर धातु की प्रकटता।

  • दांतों में चमक कम हो जाना।

  • दांतों में दर्द या तीव्रता का अनुभव करना।

कारण:

  • अधिक खुराक मीठा खाने से और पेप्सिन जैसे विषाक्त पदार्थों का सेवन करने से एनामेल पतन हो सकता है।

  • अत्यधिक दांतों को दबाने या मोड़ने से एनामेल क्षति हो सकती है।

  • खट्टे और तेज खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने से एनामेल ऊतकों को क्षति पहुंच सकती है।

  • डायट कोला, सोडा, शराब और अन्य बढ़िया पेय पदार्थों का अधिक सेवन करने से भी एनामेल पतन हो सकता है।

समाधान:

  • सावधानीपूर्वक दांत सफाई करें, इसमें नर्म ब्रश और दंतमंजन का उपयोग करें।

  • अधिक खुराक मीठे और तेज खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और सेब, शक्कर के स्थान पर उत्पादन होने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।

  • पेप्सिन विषाक्त पदार्थों के सेवन को रोकें, जैसे कि निम्बू पानी के बाद प्राथमिकता से मुंह धोना।

  • दांतों को अधिक दबाने या मोड़ने से बचें और अगर उचित हो तो मुंह गार्ड का उपयोग करें।

  • अपने दंत चिकित्सक की सलाह लें और उनके द्वारा सलाह उपचार करें, जैसे कि एनामेल पतन को रोकने के लिए एनामेल सीलेंट या दांतों को सुरक्षित रखने के लिए डेंटल क्राउन का उपयोग।

9. शुष्क मुंह (Dry Mouth)

सूखा मुंह (ड्राई माउथ) एक स्थिति है जहां मुंह की त्वचा और मुंह के अंदर की जीभ सुखी हो जाती है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • मुंह के अंदर सूखापन और  और ताज की की कमी महसूस करें।

  • मुंह की त्वचा या जीभ में जलन या तंगी का अनुभव करना।

  • दांतों और मुंह में फ्रेशनेस की कमी।

  • मुंह के सूखे के कारण थाने में यह किसी भी तरह का कोई लिक्विड पीने में तकलीफ होना।

कारण:

  • दवाओं का सेवन, जैसे कि एंटीडिप्रेसेंट, एंटीहिस्टामाइन, और डाइयुरेटिक्स इत्यादि।

  • अधिक धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करना।

  • तत्वों के अभाव, जो रक्त में पानी के स्तर को कम कर सकते हैं।

  • मुंह की त्वचा या जीभ के संक्रमण के कारण सिकुडापन या सूखापन।

समाधान:

  • पर्याप्त पानी पिएं और शरबत, स्पोर्ट्स ड्रिंक या कॉफी के स्थान पर जल या नींबू पानी का सेवन करें।

  • तंबाकू और धूम्रपान से बचें और तांबे के बर्तन का उपयोग करें।

  • सक्रिय मुंह के उपयोग करें, जैसे कि चिकित्सा मुंह रब या सूखे मुंह के उपयोग से सूखापन को कम करने के लिए।

  • ताजगी को बनाए रखने के लिए मुंह में चिकित्सीय बैटरी या चमकदार गोलियों का उपयोग करें।

10. दांतों का पिसना (Teeth Grinding)

दांतों की पिसाई (टीथ ग्राइंडिंग) एक स्थिति है जहां व्यक्ति अज्ञात रूप से रात में या दिन में अपने दांतों को घिसने या पिसने की क्रिया करता है। यहां कुछ लक्षण, कारण और समाधान दिए गए हैं:

लक्षण:

  • दांतों के ऊपरी सतह पर झुर्रियों का दिखाई देना।

  • दांतों, मसूड़ों या जबड़े में दर्द या तनाव  महसूस होना।

  • दांतों की खूबसूरती में कमी होना, उनका तोड़ या झुर्रियों का बढ़ना।

  • दांतों, मसूड़ों या जबड़े में लगातार तनाव का अनुभव करना।

कारण:

  • मानसिक तनाव, चिंता, या दबाव की स्थिति में होने से दांतों को घिसने का संकेत मिल सकता है।

  • अनियमित नींद, नींद की कमी, या अच्छी नींद न पाने के कारण से भी दांतों की पिसाई हो सकती है।

  • बाधाओं, जैसे कि असंगत दांतों के कारण, दांतों को सही से मिलने में समस्या होने के कारण दांतों की पिसाई हो सकती है।

समाधान:

  • मानसिक तनाव को कम करने के लिए स्ट्रेस को दूर करने वाली तकनीकों का उपयोग करें, जैसे कि योग या मेडिटेशन।

  • नियमित और पर्याप्त नींद लें और अच्छी नींद के लिए सुनिश्चित करें।

  • दांतों के सही आपूर्ति और मिलान के लिए दंत चिकित्सक की सलाह लें।

  • तनाव कम करने के लिए रात को आरामदायक स्थान परिवर्तन करें और सुनहरे या गर्म पानी का इस्तेमाल करें।

  • यदि आवश्यक हो, दंत चिकित्सक द्वारा आपूर्ति के लिए मुंह का गार्ड बनवाएं जो दांतों को रक्षा कर सकता है।

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