The Great Indian Family - Hindi REVIEW
'द ग्रेट इंडियन फैमिली' विजय फिल्म कृष्ण आचार्य द्वारा बनाई गयी एक छोटे शहर की बैकग्राउंड में बुनी गई कहानी है, जो हिंदू-मुस्लिम संबंधों को लेकर एक पॉजिटिव संदेश देने की कोशिश करती है। फिल्म में विक्की कौशल, मानुषी छिल्लर, मनोज पाहवा, कुमुद मिश्रा और यशपाल शर्मा जैसे कलाकार मौजूद हैं।
व्यास त्रिपाठी (विक्की कौशल) इस फिल्म के मुख्य किरदार है और इसी के ऊपर ये कहानी आधारित है, व्यास त्रिपाठी का छोटा नाम वेद है जो एक धार्मिक हिंदू परिवार में पैदा हुआ है। वेद के पिता पंडित सिया राम त्रिपाठी (कुमुद मिश्रा) एक इज़तदार व्यक्ति हैं और पूरे शहर में सभी लोग उनका सम्मान करते है। एक दिन वेद को एक चिट्ठी मिलती है, जिसमें बताया जाता है कि वह असल में मुसलमान है। यह खबर वेद के परिवार और पूरे शहर में फेल जाती है और हड़कंप मचा देती है।
वेद को अपनी ये नई पहचान स्वीकार करने में बहुत मुश्किल होती है, लेकिन वह अपनी माँ (शारिब हाशमी) की मदद से धीरे-धीरे इस बदलाव को अपनाने में कामयाब हो है। वह अपनी प्रेमिका के साथ मुस्लिम समुदाय में शामिल हो जाता है और एक नए जीवन की शुरुआत करने लगता है।
इस फिल्म में विक्की कौशल ने अपनी भूमिका काफी निभाई है और काफी शानदार अभिनय किया है। उन्होंने वेद के किरदार को बेहद निखारकर पेश किया है। विक्की के अलावा मनोज पाहवा, कुमुद मिश्रा और शारिब हाशमी ने भी अपनी भूमिकाओं में अच्छा अभिनय किया है।
'द ग्रेट इंडियन फैमिली' एक देखने लायक फिल्म है, लेकिन इसमें कुछ कमियां भी नजर आती हैं। फिल्म की कहानी थोड़ी स्लो है और कुछ जगहों पर भागती नजर आती है। इसके अलावा, फिल्म का अंत भी थोड़ा कमजोर है।
कुल मिलाकर, 'द ग्रेट इंडियन फैमिली' एक देखने लायक फिल्म है। यह फिल्म हमें हिंदू-मुस्लिम संबंधों के बारे में सोचने पर मजबूर करती है। फिल्म में विक्की कौशल का अभिनय भी बहुत ही शानदार है।
द ग्रेट इंडियन फैमिली की कहानी बलरामपुर नाम के एक छोटे शहर में रहने वाले त्रिपाठी परिवार के बारे में है। त्रिपाठी परिवार शहर का एक इज़तदार परिवार होता है और पूरे शहर में उनका सम्मान किया जाता है। परिवार के मुखिया पंडित सिया राम त्रिपाठी (कुमुद मिश्रा) एक धार्मिक व्यक्ति होते हैं और पूरे शहर में उनके अनुयायी हैं।
वेद व्यास त्रिपाठी (विक्की कौशल) परिवार का सबसे छोटा बेटा होता है जो एक भजन गायक है और उसकी आवाज का जादू है जो पूरे शहर के लोगों पर चलता है। एक दिन वेद को एक चिट्ठी मिलती है, जिसमें उसे बताया जाता है कि वह असल में मुसलमान है। यह खबर वेद के परिवार और पूरे शहर में हड़कंप मचा देती है।
वेद को ये सब जानकर बड़ा अजीब लगता है और अपनी नई पहचान स्वीकार करने में उसे मुश्किल होती है, लेकिन वह अपनी माँ (शारिब हाशमी) की मदद से धीरे-धीरे इस बदलाव को अपना लेता है। वह अपनी प्रेमिका के साथ मुस्लिम समुदाय में शामिल हो जाता है और एक नए जीवन की शुरुआत करता है।
लेकिन वेद की ये नई जिंदगी काफी मुश्किल भरी होती है। उसे अपने परिवार और समाज से कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन वेद अपने हक के लिए लड़ता है और अंत में वह अपनी पहचान को अपना लेता है।
द ग्रेट इंडियन फैमिली एक ऐसी फिल्म है जो हमें हिंदू-मुस्लिम रिश्तो के बारे में पॉजिटिव सन्देश देने की कोशिश करती है। यह फिल्म हमें बताती है इंसानियत हर धर्म से ज्यादा जरूरी है।
फिल्म का एन्ड पॉजिटिव है और यह हमें यह संदेश देती है कि प्यार और सद्भावना से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।